15 मिनट में 16 करोड़ का घोटाला?
सूत्रों के अनुसार राम मंदिर ट्रस्ट के कुछ सदस्यों ने सिर्फ 15 मिनट के अंदर दो करोड़ में खरीदी गई 12,080 वर्ग मीटर जमीन को 18.50 करोड़ में राम मंदिर ट्रस्ट को ही बेच दिया। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह द्वारा यह बताया गया कि राम मंदिर परिसर की वह जमीन जो दो करोड़ में खरीदी गयी थी वहीं जमीना मंदिर ट्रस्ट को ही 15 मिनट बाद 18.50 करोड़ में बेच दी गई। यह जमीन राम मंदिर ट्रस्ट के नाम खरीदी गई थी तथा इसके खरीदे जाने की कीमत 18.50 करोड़ थी।
कौन लोग घोटाले से जुड़े हैँ?
आरोपों के मुताबिक राम मंदिर ट्रस्ट से करोड़ों की ठगी करने वाले लोग कोई और नहीं बल्कि ट्रस्ट में ही मौजूद दो लोग थे। सूत्रों के अनुसार वे लोग ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा और मेयर ऋषिकेश उपाध्याय जी हैं। यही लोग जो जमीन बेचने के समय गवाह थे वही लोग राम मंदिर के क्षेत्र को जमीन खरीदने के गवाह भी थे।
आरोपों पर राम मंदिर ट्रस्ट की प्रतिक्रिया
सूत्रों के अनुसार राम मंदिर के महामंत्री चंपत राय को भले ही इस जमीन के असली कीमत नहीं मालूम थी परंतु ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा तथा मेयर ऋषिकेश उपाध्याय जी को इस जमीन की असली कीमत मालूम थी। इस घोटाले पर आलोक कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष, का कहना है कि वे अभी इस मामले की जांच कर रहे हैं। वह उन तथ्यों की भी जांच करेंगे जो इस मामले से जुड़े थे तथा उनके समक्ष रखे गए थे।
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