दिलेर समाचार, चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का काफिला भी अब विपक्ष के निशाने पर आ गया है. दरअसल एक आरटीआई में खुलासा हुआ है कि सीएम मान के काफिले में 42 वाहन हैं. जिस पर भाजपा और कांग्रेस ने निशाना साधते हुए कहा है कि क्या यही बदलाव है? दोनों राजनीतिक दलों ने सरकार पर धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. विपक्ष ने पूछा है कि एक आम सीएम को इतने बड़े काफिले की आवश्यकता क्यों है, क्या वह जनता में जाने से डरते हैं? पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी का हवाला देते हुए कहा कि इस साल जून से पंजाब के सीएम भगवंत मान के काफिले में चलने वाले वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है.
आरटीआई अधिनियम के तहत जानकारी से पता चला है कि इस साल राज्य परिवहन आयुक्त (एसटीसी) के कार्यालय द्वारा पंजाब के सीएम के काफिले को 42 वाहन उपलब्ध कराए गए हैं. जानकारी से पता चला है कि 31 मार्च 2007 से 30 मार्च 2012 तक पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के पहले कार्यकाल में एसटीसी द्वारा सीएम को उपलब्ध कराई गई कारों की संख्या 33 थी. वहीं 31 मार्च 2012 से अपने दूसरे कार्यकाल में 30 मार्च 2017 तक सीएम प्रकाश सिंह बादल के काफिले में इतनी ही कारें थीं.
इसी तरह पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के काफिले में उनका कार्यकाल खत्म होने तक 33 वाहन थे. वहीं 20 सितंबर 2021 से मार्च 2022 तक सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के काफिले में 39 कारें थीं. आरटीआई के मुताबिक इस साल 16 मार्च से 1 जून तक 39 कारें सीएम के काफिले में थी, उसके बाद काफिले में तीन और वाहन जोड़े गए. बाजवा ने कहा कि एसटीसी द्वारा सीएम के काफिले को उपलब्ध कराए गए 42 वाहनों के अलावा, पंजाब सुरक्षा विंग (पीएसडब्ल्यू) ने भी सीएम को वाहन दिए हैं, जो इसे एक असाधारण काफिला बनाता है. हालांकि पीएसडब्ल्यू ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए काफिले में जोड़े गए वाहनों की जानकारी देने से इनकार किया है.
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