दिलेर समाचार,कई लोगों के चलते काम रूक गए। कई लोगों के परिवार में कोई बड़ी हानि हुई। इस दौरान दुर्घटनाएं, प्राकृतिक आपदाएं, बाढ़, अकाल जैसी स्थिति भी बनी। लेकिन 25 अगस्त को शनि के पुनः मार्गी होने से समस्त राशि वाले जातक राहत महसूस करेंगे। इस तरह वृश्चिक राशि में मार्गी होने के बाद शनि पुनः धनु राशि में 26 अक्टूबर 2017 गुरुवार को सायं 6 बजकर 11 मिनट पर लौट आएंगे।
शनि के गोचर का हमारे जीवन में बहुत गहरा असर
शनि के गोचर, साढ़ेसाती और महादशा का हमारे जीवन में बहुत गहरा असर होता है। इसके प्रभाव से न सिर्फ मनुष्य बल्कि प्रकृति में भी बड़े बदलाव होते हैं। ये बदलाव शुभ और अशुभ दोनों हो सकते हैं। इसका फल राशि और कुंडली में शनि की चाल और स्थिति से तय होता है।
आइये जानते शनि के मार्गी होने का समस्त राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा..
मेष: मेष राशि के अष्टम भाव में शनि मार्गी होगा। अब तक इस राशि वाले जो लोग शारीरिक रोग, परेशानियों और मृत्यु तुल्य कष्ट से गुजर रहे हैं उन्हें राहत मिलेगी। स्थितियां अनुकूल होने लगेंगी। नौकरी में बाधा दूर होगी और तरक्की मिलने के योग बनेंगे। विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति प्राप्त होगी। विवाह का योग बनेगा। मेष राशि वालों को शनि का ढैया तो रहेगा, लेकिन मार्गी होने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। 26 अक्टूबर शनि के धनु राशि में प्रवेश करने के साथ ही इस राशि वालों को पूरी तरह राहत मिल जाएगी।
सप्तम भाव में वृश्चिक
वृषभ: वृषभ राशि के सप्तम भाव में वृश्चिक के शनि मार्गी होंगे। शनि के वक्रत्व काल में इस राशि वाले दांपत्य जीवन में संकट के दौर से गुजर रहे थे। उनकी परेशानियां खत्म होंगी। वैवाहिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी। तलाक जैसी स्थिति का सामना अब नहीं करना पड़ेगा। प्रेमी-प्रेमिकाओं के संबंध फिर से पटरी पर आ जाएंगे। भाग्योदयकारी योग बनेंगे। आर्थिक रूकावटें खत्म होंगी। साझेदारी में किए गए बिजनेस से लाभ मिलना प्रारंभ हो जाएगा। पारिवारिक सहयोग अच्छा मिलेगा। नया मकान खरीदने का मार्ग खुलेगा।
मिथुन: मिथुन राशि वालों के लिए शनि की स्थिति छठे भाव में है। यह भाव रोग, शत्रु, मुकदमेबाजी का भाव है। शनि के मार्गी होते ही बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। बीमारियों पर हो रहे खर्च में कमी आएगी। अब तक जो शत्रु आप पर हावी हो रहे थे वे अचानक गायब हो जाएंगे और आपको राहत मिलेगी। रूका हुआ धन और उधारी लौट जाएगी। किसी वरिष्ठ अधिकारी के सहयोग से नौकरी में उन्नति होगी। व्यापार-व्यवसाय में लाभ मिलना प्रारंभ होगा। मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
कर्क: कर्क राशि के लिए शनि पंचम स्थान को प्रभावित करेगा। मार्गी शनि के कारण आपकी संतान को उन्नति मिलना प्रारंभ होगी। शिक्षा के क्षेत्र में विशेष सफलता मिलेगी। आय के नए साधन प्राप्त होंगे। ननिहाल पक्ष की ओर से लाभ प्राप्त होगा। आपके ईष्ट देव की कृपा बनेगी और आपके समस्त कार्यों की बाधाएं समाप्त होंगी। यदि आप विवाहित हैं और अब तक संतान नहीं है तो संतान प्राप्ति के योग बनेंगे। कार्य व्यवसाय और नौकरी में स्थायित्व आएगा। अटके समस्त कार्य होने लगेंगे। शिक्षा से संबंधित कार्यों के सिलसिले में विदेश यात्राएं करेंगे।
सिंह: सिंह राशि के लिए शनि का मार्गी गोचर चतुर्थ स्थान में होगा। सुख के साधनों में वृद्धि होगी। भूमि, भवन, स्थायी संपत्ति और वाहन सुख की प्राप्ति होगी। अढैया शनि 26 अक्टूबर तक चलता रहेगा लेकिन मार्गी होने के कारण अधिक कष्टप्रद स्थिति नहीं रहेगी। परिवार में चल रही विवादित और तनावपूर्ण स्थितियों में राहत महसूस होगी। लंबे समय से वाहन खरीदने का सोच रहे हैं लेकिन नहीं खरीद पा रहे हैं तो अब खरीद पाएंगे। अपने मकान का रिनोवेशन करवाएंगे। माता पक्ष से लाभ बनेगा। इस राशि के हृदय रोगी रोग मुक्त होंगे।
कन्या: कन्या राशि वालों के लिए वृश्चिक के मार्गी शनि लाभदायक साबित होंगे। इस राशि के तीसरे भाव यानी पराक्रम भाव में शनि का मार्गी होना अत्यंत लाभदायक स्थितियां निर्मित करेगा। भाई-बहनों से सुख प्राप्त होगा, उनसे संबंधों में चल रही कड़वाहट दूर होगी। स्वयं के बल, पराक्रम में वृद्धि होगी। रोगों से छुटकारा मिलेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों का ओहदा बढ़ेगा। आर्थिक मामलों में लाभदायक योग बनेंगे। शत्रु समाप्त होंगे। श्वांस और फेफड़ों संबंधी रोगों से जूझ रहे इस राशि के जातकों को राहत मिलेगी।
तुला: तुला राशि वालों के द्वितीय स्थान यानी धन भाव में शनिदेव मार्गी होकर लाभ पहुंचाने वाले हैं। इस राशि वालों को अभी उतरती साढ़ेसाती है जो 26 अक्टूबर को शनि के धनु राशि में प्रवेश करते ही उतर जाएगी। इस राशि वाले अभी तक भयानक मानसिक, शारीरिक कष्ट और खर्च के दौर से गुजर रहे थे, लेकिन 25 अगस्त को शनि के मार्गी होते ही राहत महसूस करेंगे और 26 अक्टूबर से पूरी तरह संकटों से मुक्त हो जाएंगे। नौकरीपेशा को तरक्की मिलेगी। व्यापारी वर्ग लाभ अर्जित करेंगे। अविवाहितों को विवाह सुख प्राप्त होगा। संपत्ति प्राप्त होगी।
वृश्चिक: इस राशि के लग्न स्थान में वक्री शनि हैं जो 25 अगस्त को मार्गी हो जाएंगे। इससे कष्टकारी दिन बीत जाएंगे और समस्त प्रकार की बाधाएं हट जाएंगे। शनि के वक्रत्वकाल में इस राशि वालों ने भयंकर शारीरिक कष्ट भी भोगा है, जो अब ठीक हो जाएगा। खर्च में कमी आएगी। मानसिक स्थिति में सुधार आएगा। शत्रुओं का शमन होगा। आर्थिक कार्यों में आ रही रूकावट दूर होगी। संबंध सुधरेंगे। आपके ज्ञान, बल में वृद्धि होगी और स्वभाव में विनम्रता आएगी।
धनु: धनु राशि वालों के जीवन में शनि का मार्गी होना नया सूर्योदय लेकर आ रहा है। इस राशि वालों के जीवन में सबकुछ बदलने वाला है। इनका भाग्योदय होगा और अचानक कहीं से बड़ी धनराशि प्राप्त होगी। अनियंत्रित होते जा रहे खर्चों से राहत मिलेगी। बचत होने लगेगी। नेत्र रोगियों का रोग ठीक होगा। रूका पैसा मिलेगा। पदोन्नति के योग बनेंगे।
मकर: मकर राशि के लिए मार्गी शनि एकादश स्थान लाभ भाव में रहेगा। यह आय स्थान भी है। इसलिए मकर राशि वालों के आय के साधनों में वृद्धि होगी। धन लाभ के प्रबल योग बन रहे हैं। वाहन सुख की प्राप्ति संभव हो सकेगी। नया मकान खरीदना चाहते हैं तो स्थितियां अनुकूल होंगी। बड़े-भाई बहन से संबंध सुधरेंगे और लाभ प्राप्त होगा।
कुंभ: कुंभ राशि वालों के लिए शनि दशम भाव में मार्गी होगा। यह राज्य से लाभ, पिता, कर्म और पद-प्रतिष्ठा प्रदान करने वाला भाव है। इसलिए कुंभ राशि वालों को मार्गी शनि पद-प्रतिष्ठा दिलवाएगा। खोया सम्मान पुनः लौट आएगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों का स्थानांतरण हो सकता है, लेकिन वह तरक्की के लिए होगा। इनके पिता से संबंध सुधरेंगे।
मीन: 25 अगस्त से मार्गी शनि मीन राशि वालों का भाग्य चमकाने वाला है। भाग्य में अब तक आ रही रूकावटें खत्म होंगी औन इन्हें सत्कर्मों की ओर अग्रसर करेगा। धर्म की ओर रूझान बढ़ाएगा। तीर्थ यात्रा पर जा सकते हैं। यदि आप विद्यार्थी हैं तो शिक्षा में विशेष सफलता मिलेगी। अविवाहितों के विवाह के योग बनेंगे। संतान की ओर से कोई अच्छा समाचार मिल सकता है।
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