दिलेर समाचार, नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम और डीडीए (MCD and DDA) दिल्लीवालों को बहुत जल्द ही सीलिंग (Sealing) से राहत (Relief) देने जा रही है. एमसीडी और डीडीए ने फैसला किया है कि एक अक्टूबर से राजधानी के 2000 हजार ऐसे संपत्तियों (Properties) के सील (Seal) खोल दिए जाएंगे, जिनको सीलिंग के दौरान बंद कर दिया गया था. ऐसे में वर्षों से दुकानों और आवसीय संपत्तियों के सील खोलने के इधर-उधर भटक रहे कई हजार परिवारों को इस त्योहारी मौसम में बड़ा उपहार मिलने जा रहा है. आपको बता दें कि दिल्ली नगर निगम और डीडीए की स्पेशल टास्क फोर्स ने एक अक्तूबर से राजधानी की ऐसी लगभग दो हजार दुकानों और आवासीय संपत्तियों की सील खोलने की योजना बनाई है, जिनकी सीलिंग में निगरानी समिति का दखल नहीं था. ये सभी संपत्ति 2019 से पहले सील की गई थीं.
आपको बता दें कि एमसीडी ने तीनों जोन में लगभग 9000 संपत्तियों को सील कर रखा है. ये संपत्तियां खजूरी खास, मदनपुर खादर, चौहान बांगर, आजाद नगर, रघुबरपुरा, अजीत नगर, मोलबंद सहित कई इलाके में हैं. साल 2018 में सुप्रीम कोर्ट की मॉनीटरिंग कमेटी ने इन इलाकों में सीलिंग की कार्रवाई शुरू की थी. ये सभी संपत्तियां उसी समय से सील हैं. इन्हीं संपत्तियों में से 2000 संपत्तियों को एक अक्टूबर से डीसील करने का फैसला किया गया है. इनमें ज्यादातर कच्ची कालोनियों के रिहायशी इलाकों में हैं. इनको एमसीडी के द्वारा व्यावसायिक या औद्योगिक कार्य करने के कारण सील किया गया था.
एक अक्टूबर से जिन संपत्तियों को उनके मालिकों के हवाले किया जाएगा. एमसीडी संपत्ति सुपूर्द करने के दौरान एक हलफनामा भी लेगी, जिसमें मालिकों को बताना होगा कि भविष्य में इन संपत्तियों का उपयोग व्यावसायिक या औद्योगिक कार्य के लिए नहीं करने की बात होगी.
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