दिलेर समाचार, अंकारा. कश्मीर पर भारत के खिलाफ बयान देने वाले तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान (Tayyip Erdogan) इन दिनों अपने देश में संकट में आ गए हैं. उन्हें और उनकी पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए तुर्की की छह विपक्षी पार्टियां (Six Turkish opposition parties) एकजुट हो गई हैं. देश में 2023 में चुनाव होने हैं. लेकिन चुनाव से पहले ओपिनियन पोल (opinion polls) के नतीजे संकेत दे रहे हैं कि सत्तारुढ़ गठबंधन के समर्थन में कमी आई है, जिससे राष्ट्रपति एर्दोगान पर दबाव बढ़ रहा है.
विपक्षी पार्टियों ने एक बैठक में कहा कि इस नए गठबंधन को और व्यापक करने से उन्हें साल 2019 के स्थानीय चुनावों में एर्दोगान को झटका देने में मदद मिली थी. इस बैठक में तय किया गया कि साल के अंत तक एक सिद्धांत पर सहमति तक पहुंचने के लिए साप्ताहिक बैठकें की जाएंगी.
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