दिलेर समाचार,टेक्नोलॉजी के लिए कृषि क्षेत्र की स्टार्ट.अप्स कंपनियों के अनुरूप कार्य करने का फैसला किया है.कृषि स्टार्ट.अप्स कंपनियों के साथ बैठक में केन्द्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि किसानों के अनुकूल प्रौद्योगिकियां समय की मांग हैं तथा उसकी हर प्रमुख योजना के लिए कुछ विशिष्ट टेक्नोलॉजी की आवश्यकता है. एक सरकारी रिलीज़ में कहा गया है कि मंत्री ने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस संदर्भ में स्टार्ट.अप्स कंपनियों के साथ छोटे कोर.दल के रूप में काम करें.
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मौजूदा समय में सरकार जिन प्रमुख योजनाओं पर ध्यान केन्द्रित कर रही है उनमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, परंपरागत कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना प्रमुख हैं.
मंत्री ने कहा कि उदाहरण के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के लिए बड़ी संख्या में मिट्टी के नमूनों का विश्लेषण किया जाना है जो एक दुष्कर और समय लेने वाला काम है.उन्होंने कहा कि इसलिए हमें कम लागत वाले हाथ में पकड़े जा सकने वाले मिट्टी जांच करने वाले सेंसर के रूप में टेक्नोलॉजी अथवा मृदा उर्वरता आकलन के उपकरण की आवश्यकता है जिससे इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए मृदा स्वास्थ्य का आसानी से आकलन किया जा सके. इसी प्रकार से फसल बीमा के दावों के निपटान के लिए सिंह ने कहा कि फसल हानि ठीक ढंग से आकलन करने के लिए उपग्रह और ड्रोन जैसी टेक्नोलॉजी की आवश्यकता होगी.उन्होंने कहा कि इसलिए हमें कम लागत वाले हाथ में पकड़े जा सकने वाले मिट्टी जांच करने वाले सेंसर के रूप में टेक्नोलॉजी अथवा मृदा उर्वरता आकलन के उपकरण की आवश्यकता है जिससे इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए मृदा स्वास्थ्य का आसानी से आकलन किया जा सके. इसी प्रकार से फसल बीमा के दावों के निपटान के लिए सिंह ने कहा कि फसल हानि ठीक ढंग से आकलन करने के लिए उपग्रह और ड्रोन जैसी टेक्नोलॉजी की आवश्यकता होगी.
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