दिलेर समाचार, सुशांत सिंह राजपूत की तमाम यादें न सिर्फ उनके चाहने वालों को ही नहीं बल्कि उनके साथ काम कर चुके उनके घर के तमाम स्टाफ के दिलों में भी जिंदा हैं और इनमें से कई स्टाफ सदस्यों ने सुशांत से जुड़ी कई सुनहरी यादें ताजा की हैं। सुशांत सिंह राजपूत के पूर्व ड्राइवर रहे अनिल आदिवासी ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत करते हुए बताया कि सुशांत कार से कहीं आते-जाते समय पीयूष मिश्रा का गाया गीत 'एक बगल में चांद होगा, एक बगल में रोटियां...' बार -बार सुना करते थे और ये गाना उनके दिल के बेहद करीब था। अनिल कहते हैं, "सुशांत को यह गाना बेहद पसंद था, बाद में मैंने उनके मैनेजर के मुंह से सुना था कि सुशांत ने चांद पर जगह खरीदी है और इस गाने में भी चांद का खूबसूरती के बारे में बताया गया है और यही वजह है कि सुशांत इस गाने को बार- बार सुनना पसंद करते थे।" अनिल आगे कहते हैं, "पीयूष मिश्रा का गाना 'एक बगल में चांद होगा, एक बगल में रोटियां...' न सिर्फ चांद की खूबसूरती को बेहद सुंदर तरीके से बताया हैं,, बल्कि ये आदमी को संघर्ष करने और हर मुश्किल से बाहर निकलने की भी प्रेरणा देता है। शायद यही वजह थी कि सुशांत इस गाने को बार -बार सुना करते थे।" उल्लेखनीय है कि 2012 में रिलीज हुई फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर' के इस गाने को पीयूष मिश्रा ने सिर्फ गाया ही नहीं था, बल्कि उसे लिखा और कम्पोज भी खुद ही किया था, जो आज भी काफी लोकप्रिय है। यह गाने की खास बात यह है की इसमें सिर्फ चांद की खूबसूरती के बारे में नहीं कहा गया है बल्कि लोगों को अपने मुश्किल हालातों में अपनी धैर्य नहीं खोना चाहिए इसको भी बताया गया हैं।
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