दिलेर समाचार, नई दिल्ली. घर बैठे ट्रेन का ऑनलाइन टिकट तो आसनी से बुक हो जाता है लेकिन तत्काल टिकट बुक करना वाकई कई बार तेढ़ी खीर होता है. इसकी वजह इंटरनेट की कम स्पीड होना है और इसी वजह से लोगों को इसके लिए कैफे का सहारा लेना पड़ता है. लेकिन जल्द ही लोगों को कैफे जाने से छुटकारा मिलेगा. इंटरनेट की कम स्पीड में ही आप आसानी से तत्काल टिकट कर सकेंगे. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने इस दशिा में काम शुरू कर दिया है.
रोजाना करीब नौ लाख लोग आईआरसीटीसी से ऑनलाइन या एप के माध्यम से टिकट बुक करते हैं. इनमें अधिकृत एजेंट भी शामिल हैं. सामान्य तौर पर ऑन लाइन टिकट आसानी से बुक हेा जाता है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या तत्काल टिकट बुक करते समय होती है. 10 बजे एसी क्लास और 11 बजे स्लीपर क्लास के लिए तत्काल टिकट बुकिंग होती है. तत्काल टिकट बुक करने वाले जैसे तय समय में बुकिंग प्रेसेस शुरू करते हैं. सिस्टम हैंग हो जाता है.
यात्रियों की यह भी शिकायत है कि बुकिंग शुरू होने से पहले टिकट कंफर्म सीट दिखाता है लेकिन प्रोसेस शुरू करते हैंग हो जाता है और जब तक प्रोसेस पूरा होता है, कंफर्म टिकट वेटिंग हो जाता है.
घर से लैपटॉप या मोबाइल से तत्काल टिकट बुक नहीं होता लेकिन कैफे में तुरंत हो जाता है. इसकी वजह से कैफे में इंटरनेट की स्पीड तेज होती है जबकि सामान्य तौर पर घरों में तेज स्पीड नहीं होती है. इस वजह से यह परेशानी होती है
आईआरसीटीसी के सीएमडी संजय जैन के अनुसार मौजूदा समय सर्वर हैंग होने की समस्या आने का कारण क्षमता का कम होना है. एक समय में जितने लोग टिकट के लिए अटेम्ट करते हैं, उसकी तुलना में सर्वर की क्षमता कम है. सबसे ज्यादा यह समस्या तत्काल टिकट के समय होती है लोगों की इस परेशनी को दूर करने के लिए सर्वर की क्षमता बढ़ाई जा रही है.
सीएमडी के अनुसार इस दिशा में प्रोसेस शुरू किया जा चुका है. इसमें थोड़ा समय लगता है. इसलिए संभावना है कि अगले वर्ष मार्च तक क्षमता बढ़ाने का काम पूरा हो जाएगा और आसानी से तत्काल टिकट बुक हो सकेंगे. यानी होली में तत्काल टिकट बुक करने के लिए उधर उधर नहीं भटकना होगा. घर बैठे आसानी से तत्काल कंफर्म टिकट मिलेगा.
ये भी पढ़े: रात 1 बजे चूहों ने बजा दिया बैंक का सायरन, हलकान हुआ पूरा थाना
Copyright © 2016-24. All rights reserved. Powered by Dilersamachar