दिलेर समाचार, आज दुनिया भर में विश्व जनसंख्या दिवस (Worl Population Day 2021) मनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य दुनियाभर में आबादी से जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना है. जागरूकता के तहत फैमिली प्लानिंग (Family Planning), जेंडर इक्वैलिटी, गरीबी, मेटरनल हेल्थ और मानवाधिकार से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाती है. वहीं भारत में बढ़ती आबादी कई समस्याओं को जन्म दे रही है. इसकी वजह बर्थ कंट्रोल से जुड़ी जानकारियों का अभाव भी माना जाता है. दरअसल हमारे देश में बर्थ कंट्रोल (Birth Control) के रूप में सबसे ज्यादा प्रचलन नसबंदी, कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां ही हैं. वहीं शादीशुदा जोड़ों के लिए सबसे मुश्किल समय वो होता है जब उन्हें पता चलता है कि अनचाही प्रेग्नेंसी उनकी जिंदगी में समस्या पैदा कर सकती है. ऐसे में महिलाओं को सही गर्भनिरोधक का चुनाव करना जरूरी है.
बाजार में कई तरह के गर्भनिरोधक मौजूद हैं जिनकी मदद से लोग अनचाही प्रेग्नेंसी से बच सकते हैं. अनचाही प्रेग्नेंसी को लेकर ज्यादातर महिलाएं चिंता में रहती हैं. ऐसे में गर्भनिरोधक उनकी काफी मदद कर सकती हैं. बर्थ कंट्रोल या कॉन्ट्रासेप्शन को आमतौर पर दो हिस्सों में बांटा जाता है- रिवर्सिबल और इररिवर्सिबल या परमानेंट मेथड. रिवर्सिबल मेथड्स में बैरियड मैथड, इंट्रायूटेराइन डिवाइस और हॉर्मोनल मेथड शामिल हैं जबकि परमानेंट मेथड को फिर से रिवर्स नहीं किया जा सकता. इसमें महिला या पुरुष के ऑपरेशन शामिल होते हैं.
बैरियर मैथड
बैरियर मैथड़ के जरिए स्पर्म को एग तक पहुंचने से रोका जाता है. इसके लिए या तो बैरियर बनाया जाता है या फिर स्पर्म का एग तक प्रवाह रोका जाता है. इसके लिए सेक्स करते समय कंडोम्स का इस्तेमाल किया जाता है. आजकल बाजार में पुरुषों के साथ साथ महिलाओं के लिए कंडोम्स भी मौजूद हैं.
गर्भनिरोधक दवाएं
कॉन्ट्रॉसेप्टिव पिल्स या गर्भनिरोधक दवाएं लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. ये हॉर्मोनल गर्भ निरोधक दवाएं होती हैं. गोलियां गर्भावस्था को रोकने के लिए हॉर्मोन का इस्तेमाल करती हैं. पिल्स एग्स के निर्माण को रोकने में सक्षम होती हैं. बाजार में महिलाओं के लिए कई तरह की सुरक्षित गर्भनिरोधक गोलियां मौजूद हैं.
इंट्रा यूटेराइन डिवाइस
आजकल महिलाएं अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए जिस उपाय को सबसे ज्यादा पसंद कर रही हैं वो है इंट्रा यूटेराइन डिवाइस. यह डिवाइस T शेप में होती है. इसे कॉपर-टी के नाम से भी जाना जाता है. इसे महिला के गर्भ में फिट किया जाता है.
हॉर्मोनल इंजेक्शन
अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए महिलाएं हॉर्मोनल इंजेक्शन की मदद ले सकती हैं. इसे डेपो प्रोवेरा इंजेक्शन कहा जाता है. इसे तीन महीने में एक बार ही लेना होता है.
इमरजेंसी गर्भ निरोधक
आजकल इमरजेंसी गर्भ निरोधक भी बाजार में मौजूद हैं. हालांकि इनका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें. नियमित रूप और लंबे समय तक इनका इस्तेमाल करने से शरीर पर कई तरह के साइड इफेक्ट्स नजर आ सकते हैं.(Disclaimer:इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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