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आपके घर को कोसो दूर कर देगा वास्तु दोष करे ये उपाय

Posted at: Sep 9 , 2017 by Dilersamachar 9818

दिलेर समाचार, किसी भी स्थान पर खास तौर पर जब वास्तु दोष होता है तो वह स्थान मेहनत, बजट और समयानुसार उचित लाभ नहीं देता होती रहती है, इसलिए अगर कभी पार्लर , स्पा हेल्थ कल्ब इत्यादि बनाएं, तो सबसे पहले उसका वास्तु दोष निवारण कर लें।बहुत बार वास्तु दोष ऐसा होता है कि जिसे आप बदल नहीं सकते जैसे कि फ्लैट्स में अगर पार्लर खोला हुआ है तो उसका नक्शा बदल नहीं सकते, यहां तक कि एक दरवाजा भी अधिक नहीं निकाल सकते या बंद कर सकते, या पानी की टंकी को हिला नहीं सकते, नलों की स्थिति या शिवर सिस्टम को बदल ही नहीं सकते, ऐसे में वहां कुछ ऐसा टांग दिया जाता है या रख दिया जाता है जिससे वास्तु दोष धीरे-धीरे समाप्त हो जाता है,

वास्तु दोष दूर करने के लिए कभी यंत्रों का तो कभी पिरामिड, गोलक या लाइट आदि का प्रयोग किया जाता है,कुछ यंत्रों के बारे में हम पिछले अंक में बता चुके हैं आज हम बात करेंगें पिरामिड पिरामिड मूलतः मिश्र देश की खोज है, वहीं आज तारीख में बहुत बडे-बडे पिरामिड बने हुए देखे जा सकते है जो उस स्थान को शुभता देते है, हमारें सभी धार्मिक स्थलों की छतें पिरामिड की तरह होती है, मंदिर, गिरिजाघर, गुरूद्वारे या मज्जिद सभी की छतें पिरामिड आकार की ही दिखेंगें।आपके पार्लर के ब्रह्य स्थल मेंअगर आपका पार्लर या स्पा 2000 फुट तक का है तो आप अपने ब्रह्य स्थल को खाली रखें, अर्थात पार्लर के बीचोबीच का स्थान नाप लें और कम से कम चार फुट लंबा और चैड स्थान खाली रखें, यहां बडे से पिरामिड को पूजा विधि को संपन्न करवा कर स्थापित कर दें, तो बेवजह उसे हिलाएं नहीं, अगर हो सके तो ब्रह्यस्थ के साथ-साथ सभी आठ दिशाओं में यानी कुल नौ ऊर्जायुक्त पिरामिड स्थापित करें, इससे आपके पार्लर या स्पा की रक्षा होगी।

मिस्र के ऊर्जा का स्थानन्तरण

पिरामिड मूलतः मिश्र देश की खोज है, वहीं आज तारीख में बहुत बडे-बडे पिरामिड बने हुए देखे जा सकते है जो उस स्थान को शुभता देते है, हमारें सभी धार्मिक स्थलों की छतें पिरामिड की तरह होती है, मंदिर, गिरिजाघर, गुरूद्वारे या मज्जिद सभी की छतें पिरामिड आकार की ही दिखेंगें, इसका एक वैज्ञानिक कारण यह है कि पिरामिड आकार चारों ओर से शुभ ऊर्जाओं को एक स्थान पर एकत्र कर देता है, वे सभी सकारात्मक षुभ ऊर्जाएं उस छत के नीचे बैठने या खडे होने वाले व्यक्ति को मिल जाती है, यही कारण है कि लोग अक्सर कहते हैं कि मंदिर जा कर या गुरूद्वरे जा कर बडी शांति मिलती है, सामान्य शब्दों में शांति का अर्थ यही है कि उनके भीतर की नकारात्मक ऊर्जा निकल कर सकार्रात्मक ऊर्जा उनके शरीर में समाहित हो गई है, जिससे नकारात्मक ऊर्जा से होने वाली परेशानी से उन्हें छुटकारा मिल गया है, सकारात्मक ऊर्जा का परिणम यह होता है कि आप पहले जिस दिशा में सोच रहें थे उसे छोड कर आप सही दिशा में सोचने लगते हैं, जिससे आपको आपकी परेशानी का हल मिल जाता है।द्वार पर

टगर आपके पार्लर के मुख्य द्वार पर दोष है, चौखटों के आसपास एक एक ऊर्जावान पिरामिड लगा दें, इससे नकारात्मक ऊर्जाओं हनन होता है।

बाॅस के कमरे में

आपका यही कमरा है जहां आप अपने क्लाईंट से बातें करती है, अपने पार्लर के लिए, कर्मचारियों के लिए प्लान बनाती है, इस कमरे को तो सकारात्मक ऊर्जाओं से भरपूर होना चाहिए, अतः आप अपनी कुर्सी के नीचे पिरामिड रखें।

मसाज रूम में

पार्लर में जिस बेड पर मसाज की जाती है, उस बेड पर सिरहाने ऊंचाई पर एक पिरामिड लटका दें, इससे काई प्रकार के जैसे सिरदर्द, र्सइी जुखाम, पेट दर्द, दमा, पीठ दर्द, पैरों में दर्दव घुटनों में दर्द से छुटकारा मिल सकता है, मसाज करने वाला व्यक्ति अगर एक घंटा से अधिक उस बेड पर सो जाए तो उसे अधिक से अधिक लाभ मिलेगा, इससे नींद भी अच्छी आती है,

आपके व आपके कर्मचारियों के मधुर संबंधों के लिए:

अगर आपकी अक्सर ही कर्मचारियों से बहसबाजी या झगडे हो जाते हों तो यह भी वास्तु दोष का परिणम हो सकता है, आप इसे भी पिरामिड की सहायता से ये दूर कर सकती है, इसके लिए आप अपनी तस्वीर और अपने कर्मचारी के तस्वीरो को लें, दोनों के मुख हिलाते हुए फोटो मिलाएं और इन दोनों तस्वीरो को दो पिरामिडों के बीच रखकर प्रार्थना करें कि झगडा न हो और आपके संबध मधुर बने रहें, 43 दिनों के बाद आपको इसका सकारात्मक परिणाम दिख जाएगा, यह अचूक नुस्खा है चाहें तो आजमा कर देख लें।

मुख्य द्वार पर झरना

अगर कमाई कम हो रही है तो द्वार के बाईं ओर अथवा उत्तर दिशा में फव्वारा या झरने का माॅडल लगा दें, इसमें पानी निरंतर बहना चाहिए, जैसे-जैसे निंरतर पानी बहेगा, आपके पार्लर में धन का आगमन होता रहेगा, कई बार स्थान की कमी होने से अहते झरने की तस्वीर लगा देने से भी आंशिक लाभ होते देखा गया है, सीढियों के नीचे कभी फव्वारा न लगाएं।

वायु झंकार

छः राॅड की धातु की विशेष माप की बनी हुए पीली या सुनहर रंग की वायु झंकार को वायव्य कोण यानी कि उत्तर पश्चिम दिशा में लगा दें, इसके वायु चलने से बनजे की झंकार ही पार्लर में सकारात्मक ऊर्जा देगी साथ ही धन की वर्षा भी लाएगी, ध्यान रहें कि यह गलत दिशा में न लगे, नहीं तो विपरित परिणाम भी हो सकते है, अगले अंको में हम कुछ और वास्तु दोष निवारण के बारे में बताएंगे।

ये भी पढ़े: इन राशियों के अनुसार पता चलता है पुरुषों का ‘सेक्स व्यवहार’

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