लाभकारी है मां का दूध
यह तो डॉक्टरों का मानना ही है कि मां के दूध में कई रोग निरोधक तत्व होते हैं परन्तु हाल में ही ऑस्टेªलियाई डॉक्टरों ने एक शोध किया है जिसके अनुसार अगर मां शिशु को स्तनपान कराती है तो वे दमे से बचे रह सकते हैं क्योंकि इससे बच्चे के शरीर में मां के दूध के जरिए कुछ ऐसे दमा निरोधक तत्व पहुंच जाते हैं जो उसे अन्य दूध से नहीं मिल पाते। डॉक्टरों का यह भी मानना है कि बढ़ता प्रदूषण और धूम्रपान आदि भी दमे को बढ़ा रहे हैं।
आंखों की बीमारियों के लिए जिम्मेदार टी. वी.
नेत्रा चिकित्सकों का कहना है कि बढ़ती आंखों की बीमारियों का जिम्मेदार जहां प्रदूषण, असंतुलित आहार व अन्य कारण हैं वहीं इसका सबसे बड़ा कारण टी. वी. है। इसका सबसे बुरा प्रभाव बच्चों पर पड़ रहा है। बच्चे अन्य खेल-कूद की बजाय टी. वी. से चिपके रहते हैं जिससे उनकी आंखों भी कमजोर होती हैं और उनके मानसिक विकास पर भी दुष्प्रभाव पडता है। डॉक्टरों के अनुसार बच्चों को टी. वी. दूर से देखना चाहिए परन्तु कितने अभिभावक इस बात का ध्यान रखते हैं कि बच्चे टी. वी. कैसे देख रहे हैं और क्या देख रहे हैं। इसी कारण से बच्चों में अपराध की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है। अब अल्प आयु में ही बच्चों को आंखों की कई बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। आज अधिकतर बच्चों को चश्मा लगा हुआ है। डॉक्टरों के अनुसार अभिभावकों का यह कर्तव्य है कि वे बच्चों को कम से कम टी वी देखने दें व टी वी की बजाय उन्हें खेलकूद की तरफ प्रोत्साहित करें जिससे उनका सही ढंग से शारीरिक व मानसिक विकास हो सके।
हृदय रोगों के लिए कुछ तेल अच्छे भी
हृदय रोगों के बचाव के लिए वसा की मात्रा में कटोती की जाती है और लोग इस बीमारी की संभावना को कम करने के लिए घी तेल कम कर देते हैं परन्तु अमेरिका के हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार कोलेस्ट्राल कम करने वाले घी तेल दिल के लिए अच्छे होते हैं इसलिए उनका प्रयोग बंद नहीं करना चाहिए। इन विशेषज्ञों के अनुसार जैतून, मूंगफली, मकई, सोयाबीन व बादाम आदि में अच्छा कोलेस्ट्रोल है, जो धमनियों से वसा को निकाल देता है। अध्ययनों से यह भी पता चला है कि ये तेल खून में वसा जमने की प्रक्रिया को कम करते हैं।
संतुलित भोजन व व्यायाम से मोटापा घटाएं
मोटापा कम करने के लिए डायटिंग करने की बजाय अपने आहार को संतुलित करें व नियमित व्यायाम करें। हरी सब्जियां व फलों का सेवन करें। कम कैलोरी युक्त भोजन करें। अपने भोजन से मलाई, मिठाइयां, क्रीम व तले हुए पदार्थ कम करें। इसके अतिरिक्त स्लिम व स्मार्ट बनने के लिए सबसे जरूरी है व्यायाम। व्यायाम से अतिरिक्त चर्बी की मात्रा तो घटती ही है? साथ ही मांसपेशियों में लचीलापन भी बना रहता है।
सेब अति गुणकारी
फ्रांस में हाल ही में एक शोध किया गया जिनके अनुसार सेब में एक ऐसा पदार्थ पाया जाता है, जो रक्त में एल डी एल नामक कोलेस्ट्रोल को जमाने से रोकता है। इन शोधकर्ताओं का मानना है कि सेब में मौलिक एसिड होते हैं और ये लिवर, दिमाग के लिए अच्छे होते हैं। इससे कई रोगों की संभावना को कम किया जा सकता है जैसे हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर, मोटापा नींद न आना आदि। अगर भोजन के साथ सेब खाने की आदत डाल ली जाए तो शराब पीने की आदत को भी छोड़ा जा सकता है।
प्रोटीन का अच्छा स्रोत-बीयर
अखिल भारतीय शराब उत्पादक एसोसिएशन का कहना है कि बीयर में दूध से ज्यादा प्रोटीन हैं। जहां तक कैलोरी का संबंध है इसमें कैलोरी भी किसी पेय पदार्थ की तुलना में कम है। इस उद्योग का यह भी कहना है कि इसमें वसा और कोलेस्ट्रॉल भी कम हैं और इनमें कई प्रकार के मिनरल, प्रोटीन व विटामिन बी भी हैं। बीयर में प्रयुक्त जो कच्चा पदार्थ है, वह माल्ट है जो स्वास्थ्यवर्धक है। इस एसोसिएशन ने सरकार से प्रार्थना की है कि बीयर को विहस्की और शराब की श्रेणी में न रखा जाए क्योंकि इसमें अल्कोहल की मात्रा शराब की तुलना में काफी कम है।
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