दिलेर समाचार, नई दिल्ली: 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' बच्चों और बड़ों सभी में बहुत ही लोकप्रिय है जो मनोरंजन के साथ-साथ सामजिक मैसेज भी अपने दर्शकों तक पहुंचता है. पर दो छोटे बच्चे किसी तरह काम करके थोड़े पैसे कमा कर अकेले ही राजस्थान से मुंबई भाग कर आ गए क्योंकि वे अपने चहेते कलाकार जेठालाल गाड़ा यानि दिलीप जोशी से मिलना चाहते थे. ये उनका भाग्य था कि किसी अच्छे आदमी ने उनको पुलिस स्टेशन पहुंचा दिया और अब वे दोनों अपने अभिभावकों के साथ अपने शहर वापिस भी जा चुके हैं. पर उनकी कहानी ने शो के निर्माता और कलाकारों दोनों को ही डरा दिया. क्या होता अगर वे किसी गलत व्यक्ति के हाथ पड़ जाते? इसीलिए सभी ने यह निर्णय लिया कि उनकी दिलीप जोशी से मिलने की इच्छा पूरी न की जाए वरना शायद बहुत सारे अलग-अलग शो के छोटे छोटे फैंस अपने अपने चहेते कलाकार से मिलने के लिए ये रास्ता अपनाना शुरू कर देंगे.
दिलीप जोशी ने कहा, "ये सुन कर कि दो छोटे लड़के राजस्थान से मुंबई तक अकेले भाग कर सिर्फ इसलिए आए हैं क्योंकि वे मुझसे मिलना चाहते थे, मुझे उनके लिए बहुत डर लगा. जब दर्शकों से इतना प्यार मिलता है तो बहुत गर्व और खुशी होती है पर अपने चहेते कलाकार से मिलने के लिए घर से भाग कर मुंबई आना न तो सही है और न ही सुरक्षित. उनकी किस्मत अच्छी थी कि उन्हें एक सही इंसान मिला जो उनको पुलिस के पास ले गया. मैं अपने सभी चाहने वालों छोटे फैंस से ये प्रार्थना करता हूं कि उन्हें अपने माता-पिता की छत्रछाया में ही रहना चाहिए. मैं उन दोनों को अपना स्नेह और बेस्ट विशेस भेजना चाहता हूं."
शो के निर्माता असित कुमार मोदी ने कहा, "दर्शकों का इतना प्यार अपने साथ बहुत जिम्मेदारी भी लाता है. मैं अपने शो के फैंस से यही प्रार्थना करूंगा कि कोई इतना जोखिम भरा कदम न ले. हम सभी सिद्धांतों और अनुशासन में विश्वास रखते हैं और अपने शो में भी इसका निर्वाह करते हैं. हम ईश्वर का धन्यवाद करते हैं कि वे सही सलामत अपने अभिभावकों तक पहुंच गए हैं."
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