दिलेर समाचार, नई दिल्ली। यूपी की दो लोकसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में जहां समाजवादी पार्टी को मजबूती देने और बीजेपी को हराने के लिए बीएसपी ने अपने समर्थन की घोषणा कर दी है. वहीं अब कांग्रेस पार्टी की ओर से भी खबर आ रही है कि वह भी अपना उम्मीदवार हटा सकती है. सूत्रों से आ रही खबरों के मुताबिक कांग्रेस इस बारे में विचार कर रही है. पहले भी बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस इस प्रकार के कदम पर विचार कर चुकी है. वह सपा के साथ एक एक सीट की बात कर रही थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं. कांग्रेस पार्टी का प्रयास है कि बीजेपी को एक होकर ही हराया जा सकता है. इन दोनों ही सीटों पर बीजेपी ने अच्छी जीत हासिल की थी और सपा-बसपा को मिले वोटों के जोड़ भी दिया जाता तब भी बीजेपी को मिले मतप्रतिशत को पार नहीं पा रहे थे. ऐसे में कांग्रेस पार्टी भी अपना उम्मीदवार हटाकर एक मजबूत लड़ाई पेश करने की रणनीति पर चल सकती है.
बता दें कि यूपी में समाजवादी पार्टी और बीएसपी 23 साल तक चली दुश्मनी के बाद फिर साथ आ गए हैं. समजावादी पार्टी राज्यसभा चुनाव में बीएसपी उम्मीदवार को वोट देगी और बीएसपी विधान परिषद चुनावों में समाजवादी पार्टी उम्मीदवार को. यही नहीं, बीएसपी गोरखपुर और फूलपुर उपचुनावों में समाजवादी पार्टी को समर्थन करेगी. इसे 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए एक गैर बीजेपी महागठबंधन का संकेत भी माना जा रहा है.
23 साल बाद मायावती समाजवादी पार्टी के साथ किसी सियासी में दाखिल हो रही हैं. इसमें मायावती की सियासी जरूरत भी है और दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के नए अध्यक्ष अखिलेश से उन्हें वैसी अदावत भी नहीं जैसी उनके पिता मुलायम के साथ थी. पहला समझौता राज्यसभा-विधान परिषद चुनाव का हुआ है.
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