दिलेर समाचार, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले के बांगरमऊ तहसील के कुछ गांवों के क़रीब 40 लोग इलाज के बाद एचआईवी संक्रमित हो गए. दरअसल झोलाछाप डॉक्टरों ने इनका इलाज किया था. कथित तौर पर एक ही इंजेक्शन बार-बार इस्तेमाल किया गया, जिससे इन लोगों को संक्रमण हुआ. स्वास्थ्य विभाग ने थाने में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर लिखवाई है. मिली जानकारी के मुताबिक कुछ गांवों में साईकिल पर घूमकर एक झोलाछाप ने लोगों का इलाज किया. एक ही इंजेक्शन का कथित तौर पर बार-बार इस्तेमाल करने से करीब 40 लोग एचआईवी संक्रमित हो गए. झोलाछाप से इलाज करवाने वाले कुछ और लोगों में एचआईवी संक्रमण के लक्षण दिखे हैं. इसकी पुष्टि के लिए कई जांचें करवाई जा रही हैं. स्वास्थ्य विभाग ने बांगरमऊ थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर लिखवाई है.
बांगरमऊ के पार्षद सुनील ने मीडिया से बातचीत में दावा किया है कि अगर ठीक से जांच करवाई जाए तो 500 मामले में सामने आ जाएंगे. वहीं मेडिकल सुपरिडेंटेंड ने प्रमोद कुमार ने कहा है, 'हमें यहां पर मेडिकल कैंप लगा रखा है. जहां पर इन मामलों की जांच की जा रही है. हमने आदेश मिल चुके हैं और हम आगे की कार्रवाई का फैसला कर रहे हैं. इस मामले के सामने आने के बाद से उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है. इस मामले के दोषी और बिना लाइसेंस के प्रैक्टिस कर रहे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. एचआईवी संक्रमण शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को लगभग खत्म कर देता है. इस इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम यानी एड्स से लड़ने के लिए तमाम दवाईयों का रोज़ाना सेवन करना पड़ता है.
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