दिलेर समाचार,नींद की एक छोटी सी झपकी लेने से आपकी थकान तो दूर होती ही है, यह आपकी क्रियाशीलता को भी बढ़ा देता है। लेकिन नींद की इस झपकी के लिए सही समय जानना भी जरूरी आपको झपकी लेने के फायदे तो पता होंगे लेकिन क्या आप ये जानते है कि कब और कैसे झपकी लें और कितने समय तक की एक छोटी झपकी लेना सही होता है? सुबह- सुबह जब आप उठते हैं तभी आपके दिमाग पर स्लीपिंग प्रेशर यानि सोने का दबाव आना शुरु हो जाता है। दोपहर तक ये प्रेशर अपने चरम पर होता है, इसलिए नींद की एक छोटी झपकी लेना जरुरी होता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें।क्या होती है झपकी: कुछ मिनटों के लिए काम के बीच में ब्रेक लेकर सोना झपकी कहलाता है। इससे थोड़े समय के लिए ही सही हमारा शरीर रिलैक्स हो जाता है,यूनिवर्सीटी ऑफ कैलिफॉर्निया के सैंडिएगो स्कूल ऑफ मेडिसिन के एक रिसर्च के अनुसार एक छोटी सी झपकी आपकी क्रियाशीलता भी बढ़ती है।
क्यों लेना जरुरी है झपकी: झपकी लेने से स्लीपिंग प्रेशर यानि सोने का दबाव कम हो जाता है, इससे दिमाग की नसों पर से तनाव कम हो जाता है। झपकी लेकर उठने के बाद आप अपने आपको पहले से ज्यादा तरोताजा महसूस करते हैं।
बीमारियों का खतरा टलता है: काम के बीच में झपकी लेना मानसिक स्वास्थ्य के लिए तो लाभकारी है ही, ये शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी होता है। इससे कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
झपकी लेने के सही तरीके: आप काम करते समय हर 3 घंटे बाद झपकी ले सकते हैं, इसे लेने का सही समय मध्यकाल यानि की दोपहर का समय होता है। क्योंकि ये दिन के बीच का समय होता है इस समय सोने से आधे दिन की थकान उतर जाती है और बचे हुए समय के लिए आप रिफ्रेश हो जाते हैं।
ये भी पढ़े: पद्मावतीः राजा रावल रत्न सिंह के रूप में जारी हुआ शाहिद का नया लुक
Copyright © 2016-24. All rights reserved. Powered by Dilersamachar