दिलेर समाचार, भारत में कई साल पहले सार्वजनिक जगहों पर स्मोकिंग करने पर रोक लग चुकी है लेकिन इसका पालन कोई नहीं करता। अगर आप सिगरेट नहीं पीते हैं और सोचते हैं कि आसपास किसी दूसरे के स्मोक करने से फर्क नहीं पड़ेगा तो गलत सोचते हैं। वर्ल्ड नो टबैको डे पर जानिए, आसपास सिगरेट पीने वालों से कैसे प्रभावित हो रही है आपकी हेल्थ।
आपको गलियों, सड़कों, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, रेस्ट्रॉन्ट जैसी जगहों पर लोग बेधड़क होकर सिगरेट पीते नजर आ जाएंगी। यहां तक कि वर्क प्लेस भी इससे नहीं बचे हैं। अगर आपके आसपास कोई सिगरेट पी रहा है और आप तक यह धुआं पहुंच रहा है तो आप पैसिव स्मोकर हैं। डॉक्टर्स की मानें तो पैसिव स्मोकिंग भी ऐक्टिव स्मोकिंग जितनी ही खतरनाक है।
डॉक्टर्स की मानें तो तंबाकू के धुएं में 7000 केमिकल्स होते हैं जिनमें से 50 कैंसर की वजह होते हैं। अगर आपके आसपास कोई स्मोकिंग करता है तो नुकसान पहुंचाने वाले कंपाउंड्स पैसिव स्मोकर के लंग्स में पहुंच जाते हैं जो वहां लंबे वक्त तक रहते हैं।
अगर आप ऐसा सोचते हैं कि थोड़ी से देर में कुछ खास फर्क नहीं पड़ेगा तो आप गलत हैं, इन केमिकल के संपर्क में थोड़ी सी भी देर रहना खतरनाक होता है।
एक्सपर्ट्स की मानें तो पैसिव स्मोकर्स को फेफड़े, गर्दन और सिर के कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है। हार्ट अटैक, स्ट्रोक और फेफड़े से जुड़ी बीमारियां होने के चांसेज भी रहत हैं।
पैसिव स्मोकिंग से बचने के लिए आपको खुद जागरूक होना होगा और दूसरों को जागरूक करना होगा। आसपास कोई सिगरेट पिए और आप उसे मना न कर सकें तो उस जगह से हट जाएं या रूमाल से मुंह ढंक लें। घर के अंदर किसी को भी सिगरेट न पीने दें। किसी रेस्ट्रॉन्ट में अगर कोई स्मोकिग कर रहा है तो मैनेजर से इस बारे में बात कर सकते हैं।
ये भी पढ़े: करारी हार के बाद राहुल गांधी ने जगाई कांग्रेस की दोबारा वापसी की आस
Copyright © 2016-23. All rights reserved. Powered by Dilersamachar