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प्रदूषण से लड़ने के लिए तैयार है आपकी दिल्ली, सीएम केजरीवाल ये प्लान

Posted at: Oct 5 , 2020 by Dilersamachar 9849

दिलेर समाचार, नई दिल्ली. देश की राजधानी में हर साल सर्दियों के समय प्रदूषण की समस्या काफ़ी बढ़ जाती है. इस साल भी प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है, लेकिन इस साल ये प्रदूषण पिछले सालों के मुक़ाबले ज़्यादा जानलेवा साबित हो सकता है. इसके पीछे की वजह ये कि कोरोना (Corona) महामारी पहले से चल रही है. ऐसे में जानकारों की मानें तो प्रदूषण का बढ़ता स्तर इस महामारी के बीच लोगों के लिये काफ़ी खतरनाक साबित हो सकता है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिये तैयार अभी से शुरू कर दी है. सेामवार दिल्ली सचिवालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने सभी विभागों के साथ एक मीटिंग की. मीटिंग में प्रदूषण से निपटने के उपायों पर चर्चा की गयी. वो 5 प्‍वाइंट बताए गए जिसके आधार पर प्रदूषण को कम किया जाएगा.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि ससोमवार से दिल्ली में एक अभियान का शुरूआत हो रही है जिसको नाम दिया गया है “युद्ध प्रदूषण के विरूद्ध.” इस अभियान के तहत कुछ अहम फ़ैसले लिये गये हैं-

1-पराली के लिये पूसा इंस्टिट्यूट ने एक घोल बनाया है. इस साल पराली के लिये घोल का छिड़काव किया जायेगा. ये घोल सरकार तैयार करेगी. जिसका छिड़काव पराली पर किया जायेगा. इसके छिड़काव से पराली खाद में परिवर्तित हो जाती है.

2- मिट्टी को उड़ने से रोकने के लिये एंटी डस्ट प्रोग्राम चलाया जायेगा. कंस्ट्रक्शन साइट पर टीमें जायेंगी और मानक का उल्‍लंघन पाए जाने पर चालान किया जाएगा. सड़क के गड्ढों को भरा जाएगा. एंटी स्मॉग गन लगाये जायेंगे.

3- 13 हॉटस्पॉट चुने गये है जहां पर प्रदूषण ज़्यादा है. इन जगहों पर पता लगाया जायेगा कि क्यों बढ़ रहा है प्रदूषण. प्रदूषण को रोकने के सभी उपायों पर तेज़ी से काम किया जायेगा.

4- एक एप तैयार किया जा रहा है. green delhi app. जिस पर लोग शिकायत कर सकते है. अगर कहीं कूड़ा जलाया जा रहा है. कंस्ट्रक्शन साइट पर घूल उड़ रही है. या प्रदूषण से जुड़ी कोई शिकायत हो तो इस एप के ज़रिये की जा सकती है. शिकायत पर तुरंत कार्रवाई भी की जायेगी.

5- एक पॉलिसी तैयारी की जा रही पेड़ काटने को लेकर. इसके तहत अगर किसी जगह से पेड़ काटा जायेगा तो उसका 80 फीसद पेड़ ट्रांसप्लांट करने होंगे. यानी दूसरी जगह पर लगाने होंगे.

ये भी पढ़े: सैक्स से पहले आजमाएं ये उपाए और फिर देखें इसका जादूई कमाल..

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