दिलेर समाचार, भारत की केन्द्र सरकार के मंत्री मुख़तार अब्बास नक़वी ने कहा कि म्यांमार से भाग कर आने वाले रोहिंग्या मुसलमानों को कोई भी राहत देना सरकार के लिए बहुत कठिन होगा।पटना में एक बैठक में बोलते हुए नक़वी ने कहा कि यह मुद्दा सुप्रीम कोर्ट में है और सरकार भी इसे देख रही है लेकिन जब उनके राष्ट्र ने ही उन्हें स्वीकार करने से इंकार कर दिया है तो मैं नहीं समझता कि हम रोहिंग्या मुसलमानों को कोई भी राहत दे पाएंगे।
रोहिंग्या शरणार्थियों को बाहर निकालने के सरकार के फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने गत 4 सितम्बर को सरकार के पक्ष के बारे में पूछा और अगली सुनवाई 11 सितम्बर को होगी।
एक अमरीकी अखबार न्यू-यॉर्क टाइम्स ने इस मामले में एक ख़ुलासा किया है. बस्तियों की बस्तियों को जला कर राख कर दिया गया है और लाखो लोगो को बेघर कर दिया गया है !
उन्हें जंगलो में पनाह लेने को मजबूर कर दिया गया है हजारो बर्मी मुसलमान नदियों और समुन्द्र के रास्ते बांग्लादेश,थाईलैंड और इंडोनेशिया जान बचाने के लिए भाग रहे है ! आपको बता दें की 300000 से भी ज्यादा बर्मी मुस्लिम बांग्लादेश में शरण लिए हुए हैयही हाल भारत के मुसलामानों का है, अगर हम भारत में मुस्लिमों के इतिहास की बात करें तो मणिशंकर अय्यर लेफ्ट फ्रंट द्वारा आयोजित प्रोग्राम ‘Stop Politics of Hate’ में बोल रहे थे जोकि इंदौर में चल रहा है.
रोहिंग्या मुसलमानों के लिए इरफान पठान के ट्वीट पर भड़के लोग, बोले- कभी कश्मीरी पंडितों का भी सोचनासंयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार के अनुसार 25 अगस्त को भड़की हिंसा के बाद करीब 400 लोग मारे जा चुके हैं।रोहिंग्या मुसलमानों के लिए इरफान पठान के ट्वीट पर भड़के लोग, बोले- कभी कश्मीरी पंडितों का भी सोचनापीएम नरेंद्र मोदी के साथ इरफान पठान की फाइल फोटो।
भारतीय क्रिकेट टीम के तूफानी गेंदबाज रहे इरफान पठान ने म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के साथ हो रही हिंसा पर अपना दर्द बयां किया है।
ये भी पढ़े: ये खबर कर सकती है आपको धोनी के प्यार में और भी ज्यादा पागल
Copyright © 2016-24. All rights reserved. Powered by Dilersamachar