दिलेर समाचार, नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी सरगर्मियां भी तेज होती जा रही हैं. सत्ताधारी पार्टी और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. सभी पार्टियां पूरे दमखम के साथ चुनावी मुद्दों को भुनाने में जुटी हैं. बीजेपी ने शाहीन बाग के खिलाफ तीखे तेवर अपनाकर यह साफ कर दिया कि अब वह इस मुद्दे पर फ्रंटफुट पर लड़ाई करेगी तो वहीं अब इसके बाद भारतीय जनता पार्टी आम बजट 2020 को अपना दूसरा बड़ा हथियार बनाने की तैयारी में है. बीजेपी नेताओं को उम्मीद है कि इस बजट में दिल्ली वालों के लिए बड़ी सौगातें होंगी.जाहिर है कि किसी भी चुनाव से पहले बजट पर सबकी निगाहें रहती हैं, लिहाजा दिल्ली बीजेपी के नेताओं को उम्मीद है कि बजट उनके अभियान में अप्रत्यक्ष तौर पर मदद करेगा.
यहीं नहीं आम आदमी पार्टी के खिलाफ प्रचार अभियान की कमान पीएम मोदी खुद अपने हाथों में लेंगे और इसके लिए उन्होंने बजट के बाद की तारीखों को चुना है. आम बजट के बाद बीजेपी के प्रचार अभियान में पीएम मोदी की दो से तीन बड़ी रैलियां हैं. इन रैलियों में पीएम मोदी बजट में की गई घोषणाओं पर फोकस करते हुए भी नजर आ सकते हैं. साथ ही इसकी प्रबल उम्मीदें हैं कि पीएम मोदी नागरिकता कानून और शाहीन बाग के मुद्दों पर जोरदार प्रहार कर सकते हैं बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि दिल्ली के चुनावों में शाहीन बाग का मामला उसके लिए मुख्य मुद्दा है.
बीजेपी के प्रचार अभियान की कमान पीएम मोदी के आने के बाद प्रचार और जोरों-शोरों से किया जाएगा. अभी तक भारतीय जनता पार्टी रोजाना करीब 450 रैलियां कर रही हैं. जल्द ही इसे 600 सभाएं प्रतिदिन पर पहुंचा दिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक बीजेपी का टारगेट है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में वह 10 हजार से ज्यादा चुनावी सभाएं करे.
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