दिलेर समाचार,श्रीलंकाई पुलिस ने बुधवार को उन मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया कि उसने अदालत को सूचित किया है कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना की हत्या का साजिश रचने के मामले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार हुआ भारतीय नागरिक इस साजिश से वाकिफ था।
श्रीलंका की मीडिया ने भारतीय नागरिक की पहचान एम. थॉमस के तौर पर की है। थॉमस को मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक अभियान के निदेशक नामल कुमारा के आवास से गिरफ्तार किया गया। कुमारा ने ही हत्या की साजिश का पर्दाफाश किया था।
मीडिया के एक तबके ने खबर दी थी कि अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने मंगलवार को फोर्ट मजिस्ट्रेट अदालत को सूचित किया कि थॉमस ने माना है कि उसे हत्या की साजिश रचने के बारे में जानकारी थी।
पुलिस प्रवक्ता रूवन गुनसेकरा ने कहा, ‘‘ उसने (थॉमस) ऐसा कुछ नहीं कहा कि उसे कथित षडयंत्र के बारे में जानकारी है।’’।
उन्होंने कहा कि थॉमस को 21 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था क्योंकि कथित साजिश का पर्दाफाश करने वाले कुमारा ने संदेह जाहिर किया था।
कुमारा ने खुलासा किया था कि आतंकवाद जांच विभाग के पूर्व प्रभारी डीआईजी नालका डी सिल्वा ने सिरीसेना और रक्षा मंत्रालय के पूर्व सचिव गोटाभाया राजपक्षे की हत्या की कथित साजिश पर उनसे चर्चा की थी।
कुमारा के खुलासों पर सीआईडी ने सिल्वा से पूछताछ की थी। जांच पूरी होने तक आतंकवाद ब्यूरो से उनका तबादला कर दिया गया है।
गुनसेकरा ने कहा, ‘‘ यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि उसने (थॉमस ने) कथित साजिश के बारे में कुछ नहीं बताया था। वह सिर्फ नामल कुमारा के घर गया था।’’।
उन्होंने कहा कि सीआईडी ने कल अदालत में ऐसा कुछ नहीं कहा कि भारतीय नागरिक को साजिश की जानकारी थी।
थॉमस पर्यटक वीजा पर श्रीलंका आया था, लेकिन वह तय समय से अधिक समय तक यहां रह गया।
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