दिलेर समाचार, जयपुर। सोमवार को देवोत्थान एकादशी के मौके पर पुष्कर सरोवर में पंचतीर्थ के पहले स्नान के साथ ही पुष्कर का पांच दिवसीय सालाना धार्मिक मेला आरंभ हो गया। मेले का समापन 23 नवंबर को सरोवर में कार्तिक पूर्णिमा पर होने वाले महास्नान के साथ होगा।
धार्मिक मेले की जिला एवं नगर पालिका प्रशासन ने आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है तथा पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। कार्तिक पंचतीर्थ स्नान के लिए श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। कई राज्यों से दूर-दराज से बड़ी तादात में धर्मप्रेमी बंधु पुष्कर पहुंच गए तथा इनकी आवक निर्बाध गति से बनी हुई है।
माना जाता है कि कार्तिक शुक्ला एकादशी से पूर्णिमा तक जगत पिता ब्रह्मा ने पुष्कर सरोवर में सृष्टि यज्ञ किया था। इन पांच दिनों में स्वयं पुष्कर राज सहित सभी तैंतीस करोड़ देवी-देवता अंतरिक्ष की जगह पुष्कर सरोवर में विद्यमान रहते हैं। पंच तीर्थ स्नान के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रमुख घाटों, बाजार व मंदिरों में सक्षम अधिकारी को कार्यपालक मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया गया है।
वहीं पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से सभी इंतजाम किए है। घाटों, मंदिरों समेत चप्पे-चप्पे पर पुलिस एवं सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए है तथा सीसी टीवी कैमरे लगाए है। यही नहीं पुलिस के आला अधिकारी कस्बे का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्थाओं पर निगरानी रख रहे है।
मेले में रंगारंग कार्यक्रम, प्रदर्शनी और कई तरह की प्रतियोगिताएं भी होती हैं, जिसे देखने, एन्जॉय करने और इसमें भाग लेने के लिए देश-विदेश से टूरिस्ट्स आते हैं। इसे पुष्कर मेला या पुष्कर कैमल फेयर (ऊंट मेला) के नाम से भी जाना जाता है।
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