दिलेर समाचार, तुर्की की एक अदालत ने देश में पिछले दो साल से हिरासत में बंद एक अमेरिकी पादरी को शुक्रवार को रिहा करने का आदेश दिया। मामले से अमेरिका और तुर्की के संबंधों को लेकर संकट पैदा हो गया था।
पश्चिमी तुर्की के अलिगा शहर की अदालत ने एंड्रयू ब्रूनसन को आतंकवाद संबंधी आरोपों को लेकर दोषी करार दिया और तीन साल, एक महीने और 15 दिन की जेल की सजा सुनायी।ब्रूनसन मुकदमे की पूरी सुनवाई के दौरान पहले ही काफी समय जेल में बंद रहे और उनका आचरण अच्छा रहा जिसे देखते हुए अदालत ने उनकी नजरबंदी और विदेश यात्रा पर लगी रोक हटा दी।
ब्रूनसन को 2016 में हिरासत में लिया गया था। मामले को लेकर ना केवल नाटो के सहयोगी देशों तुर्की और अमेरिका के बीच गंभीर कूटनीतिक संकट शुरू हो गया बल्कि तुर्की की मुद्रा की विनिमय दर में गिरावट आ गयी जिससे देश की आर्थिक कमजोरी खुलकर सामने आ गयी।
तुर्की के अधिकारियों ने ब्रूनसन को रिहा करने के अनुरोध को बार बार खारिज किया। उन्हें जुलाई में जेल से एक घर ले जाकर नजरबंद कर दिया गया।
उन्होंने अपने आखिरी बचाव में कहा, ‘‘मैं एक निर्दोष इंसान हूं। मैं यीशु से प्रेम करता हूं। मैं तुर्की से प्रेम करता हूं।’’।
फैसला सुनाए जाने के बाद ब्रूनसन रो पड़े और अपनी पत्नी नोरीन को गले लगा लिया। यह तत्काल साफ नहीं हुआ है कि ब्रूनसन अब कहां जाएंगे। कुछ खबरों के अनुसार वह जल्द ही अमेरिका रवाना हो सकते हैं।
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