दिलेर समाचार, नई दिल्ली. बिजनेस रियलिटी टीवी शो शार्क टैंक इंडिया पर ट्विटर पर एक यूजर ने गंभीर आरोप लगाए हैं. यूजर का कहना है कि शार्क टैंक इंडिया में शार्क्स ने कंटेस्टेंट्स से जो वादे किए थे, उन वादों को पूरा करने में बहुत देरी हो रही है. यूजर का ये भी कहना है कि इस शो से अगर किसी को फायदा हो रहा है तो वो शार्क्स और सोनी नेटवर्क्स हैं.
कॉन्टेंट क्रिएटर अनमोल शर्मा ने 10 जून को 13 ट्वीट्स का एक थ्रेड ट्वीट किया है. इसमें उन्होंने लिखा है कि वो फ्रस्ट्रेट हो चुके और टूट चुके शार्क टैंक इंडिया कंटेस्टेंट्स की कहानी बताने जा रहे हैं. उन्होंने लिखा, “इन कंटेस्टेंट्स की पिच सबसे ज्यादा कम्पेलिंग और आकर्षक थी. उन्हें नेशनल टेलिविज़न पर फंडिंग का वादा किया गया, लेकिन शार्क्स ने एक पैसा नहीं दिया है.”
– जून से जुलाई के बीच शार्क टैंक के लिए रजिस्ट्रेशन होता है.
– एप्लिकेशन के बाद फिल्टर किए गए कंटेस्टेंट्स अगस्त से नवंबर के बीच अपनी पिच प्रेजेंट करते हैं.
– दिसंबर से जनवरी के बीच सोनी टीम अपना पोस्ट प्रोडक्शन रैप अप करती है और शार्क टैंक को एयर करने के लिए तैयार करती है.
अनमोल शर्मा आगे लिखते हैं कि अगर कंटेस्टेंट्स को अगस्त से नवंबर के बीच फंडिंग का वादा किया गया है तो वादे के दो महीने के अंदर उन्हें फंड्स मिल जाने चाहिए, क्योंकि लीगल प्रोसीडिंग्स में उससे ज्यादा समय नहीं लगता है. लेकिन शार्क्स जानबूझकर शो के एयर होने का इंतज़ार करते हैं और देखते हैं कि शार्क टैंक का उन स्टार्टअप्स पर क्या असर हुआ है, शार्क्स शो के एयर होने के बाद अपनी वेबसाइट्स के ट्रैफिक और सेल्स पर नज़र रखते हैं और ये भी देखते हैं कि क्या दूसरे इनवेस्टर ऑफर करना चाह रहे हैं.
अनमोल ने लिखा है, “अगर शो के एयर होने के बाद भी स्टार्ट अप्स का रिस्पॉन्स बहुत अच्छा नहीं होता है तो शार्क्स उन्हें घुमाते रहते हैं. ताकि वो इनवेस्टमेंट को और टाल सकें और आखिर में वो अग्रीमेंट से बाहर आने की कोशिश करते हैं. इसके चलते स्टार्टअप्स को दूसरे इनवेस्टर्स से भी फंडिंग नहीं मिलती है.”
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