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May 8 2024 08:05 AM

ममता बनर्जी लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटीं, 'फेडरल फ्रंट' बनाने की कोशिशें तेज

Posted at: Mar 8 , 2018 by Dilersamachar 9768
 

 दिलेर समाचार, नई दिल्ली: जहां एक ओर त्रिपुरा समेत नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बीजेपी की जीत के बाद अब नरेंद्र मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए बिगुल बजा दिया है, वहीं मोदी को ललकारने और उनके विजय रथ को रोकने के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोशिश तेज कर दी है. ममता बनर्जी लोकसभा चुनावों से पहले एक तीसरे मोर्चे की दिशा में काम कर रही हैं. इस मोर्चे को 'फेडरल फ्रंट' का नाम दिया गया है.

ममता की इस कोशिश की एक झलक संसद में गुरुवार को दिखी जब उनके विश्वस्त और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी संसद में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे टीडीपी सांसदों के साथ खड़े हो गए. कल्याण बनर्जी टीडीपी के साथ आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने और राज्य को पैकेज दिए जाने की मांगों के समर्थन में खड़े हुए.

टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को केंद्र सरकार से नाता तोड़ने की घोषणा की और कहा कि मोदी सरकार ने आंध्र प्रदेश के लोगों को छला है. टीडीपी के दो मंत्रियों गजपति राजू और वाईएस चौधरी ने प्रधानमंत्री को इस्तीफा दे दिया. मौके को भांपकर ममता बनर्जी अब टीडीपी के साथ तालमेल बिठा रही हैं.

ममता बनर्जी ने इससे पहले तेलंगाना राष्ट्र समिति के चंद्रशेखर राव से बात की थी और 'फेडरल फ्रंट' की संभावनाओं पर विचार किया था. डीएमके के एमके स्टालिन से भी ममता बनर्जी ने बात की है और "दिल्ली चलो'' की रणनीति बनाने को कहा है. स्टालिन और राव दोनों ने बनर्जी के साथ बात की पुष्टि की है.वामपंथियों के पतन और समाजवादी पार्टी और बीएसपी की दुर्दशा के बाद अब सबकी नज़र टीएमसी पर ही है.

लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए के सभी घटक बीजेपी पर दबाव बनाएंगे और उससे मोलतोल करना चाहेंगे. एक ओर टीडीपी सरकार से बाहर आ गई है तो महाराष्ट्र में शिवसेना और पंजाब में अकाली अलग चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं. नीतीश कुमार अब बिहार के लिए आर्थिक पैकेज की बात फिर दोहरा रहे हैं.


दूसरी ओर विपक्षी दल भी नए सिरे से गठबंधन के संकेत दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में बीएसपी समाजवादी पार्टी की मदद कर रही है तो राज्यसभा चुनाव में समाजवादी बीएसपी के उम्मीदवार को लाने में मदद कर रही है. इसी संदर्भ में ममता की कोशिशें महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वह सभी पार्टियों से संपर्क में हैं. ममता ने राज्यसभा सीट पर जया बच्चन के चुनाव को लेकर भी अखिलेश यादव को फोन किया था और जया को बंगाल से चुनाव लड़ाने का प्रस्ताव दिया था.
 
ममता बनर्जी का गणित साफ है कि यूपी, बंगाल, तमिलनाडु और तेलंगाना जैसे राज्यों में मिलाकर करीब पौने दो सौ सीटें हैं और यहां पर एकजुट होकर विपक्ष (क्षेत्रीय पार्टियों) के जीतने की बड़ी संभावना बन सकती है.

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