दिलेर समाचार, नई दिल्ली. दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में सबसे पहले मिले कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ की करीब 17 देशों में दस्तक हो चुकी है. ताजा मामला जापान (Japan) में सामने आया है. अधिकारियों ने मंगलवार को देश में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मरीज होने की पुष्टि की है. दक्षिण अफ्रीका ने 24 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को इस वेरिएंट के बारे में सूचित किया था, जिसके बाद कार्रवाई करते हुए संगठन ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न (Variant on Concern) बताया था. ज्यादा म्यूटेशन (Mutation) वाले कोरोना के इस स्वरूप से बचने के लिए कई देश पाबंदियां लागू कर रहे हैं.
जापान में सरकार की प्रवक्ता हिरोकाजू मात्सुनो ने पत्रकारों से बातचीत में बताया, ‘नामीबिया से आने वाले यात्रियों के संबंध में, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफेक्शियस डिसीजेज में विश्लेषण के बाद ओमिक्रॉन के मामले की पुष्टि हुई.’ उन्होंने कहा, ‘यह जापान में ओमिक्रॉन का पहला मामला है.’ उन्होंने जानकारी दी कि कोरोना संक्रमित मरीज की उम्र करीब 30 साल है और वह आइसोलेशन में है.
जापान ने एक दिन पहले ही अपने सीमा संबंधी नियम लागू किए हैं. जिसके तहत विदेश से आने वाले सभी लोगों की एंट्री पर लोग लगाई गई थी. खास बात है कि कुछ हफ्तों पहले ही जापान ने अपने कडे़ नियमों में ढील दी थी और कुछ छात्रों और व्यापारियों को आने की अनुमति दी थी. अब नए नियमों के तहत केवल जापान के नागरिक और देश में पहले से मौजूद विदेशी रहवासी ही देश में प्रवेश कर सकेंगे. वहीं, ओमिक्रॉन के ज्ञात मामले वाले देशों से सफर कर रहे लोगों को तीन से दस दिनों तक होटल में क्वारंटीन रहना होगा.
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