दिलेर समाचार, संयुक्त राष्ट्र. अमेरिका (USA) के साथ जारी तनातनी के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने कहा कि दो देशों के बीच विवाद को ‘बातचीत और सहयोग’ से सुलझाया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने दुनिया के नेताओं को टकराव और अलग-थलग किए जाने वाली प्रक्रियाओं से बचने की सलाह दी है. इससे कुछ देर पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने कहा था कि वे चीन के साथ ‘नए शीत युद्ध’ की शुरुआत नहीं करना चाहते हैं. इस दौरान जिनपिंग ने विश्व स्तर पर शासन में सुधार और बहुपक्षवाद का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि चीन कभी भी एकछत्र राज नहीं चाहता है.
76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा कों संबोधित करते हुए जिनपिंग ने कहा, ‘देशों के बीच में मतभेद और परेशानियां, जिन्हें शायद ही टाला जा सकता है, उन्हें समानता और सम्मान के आधार पर बातचीत और सहयोग के जरिए संभाले जाने की जरूरत है. एक देश की सफलता का मतलब दूसरे देश की असफलता नहीं होना चाहिए और सभी देशों की प्रगति और समान्य विकास के लिए दुनिया बहुत बड़ी है.’
उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी सुरक्षा की रक्षा के लिए संयुक्त रक्षा, विकास की उपलब्धियों को साझा करने और दुनिया के भविष्य को लेकर तैयारियों के लिए एक केंद्रीय मंच के रूप में काम करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूएन को संतुलित रूप से सुरक्षा, विकास और मानवाधिकार के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए. इस दौरान उन्होंने यूएन से अंतरराष्ट्रीय मामलों में विकासशील देशों के प्रतिनिधित्व बढ़ाने का आह्वान किया.
अफगानिस्तान में अमेरिका के 20 साल बाद वतन वापसी और काबुल पर तालिबान के कब्जे के स्पष्ट संदर्भ में उन्होंने कहा कि बाहर से सैन्य दखल और तथा-कथित लोकतांत्रिक बदलाव से नुकसान के अलावा कुछ नहीं होगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि चीन कभी भी किसी पर आक्रमण या धमकाने या अधिपत्य हासिल नहीं किया और कभी करेगा भी नहीं.
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