दिलेर समाचार, नई दिल्ली: बाहरी दिल्ली के बवाना औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार शाम को एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग से 17 लोगों की मौत हो गई. इस फैक्ट्री में काम करने वाली नौ महिलाओं और एक नाबालिग लड़की के लिए एक घंटे का ओवर टाइम उनकी मौत की वजह बना. बवाना की पटाखा बनाने वाली फैक्ट्री में महिलाओं की शिफ्ट रोजाना नौ बजे से साढ़े पांच बजे तक होती थी. लेकिन शनिवार को फैक्ट्री मालिक मनोज पांच बजे निकल गया और उसने सभी महिला मजदूर का कहा कि माल कही जाना है इसलिए वो एक घंटा ज्यादा रूककर (ओवर टाइम में) काम करे. इसके चलते महिलाएं साढ़े पांच बजे के बाद भी काम करती रही. बताया जा रहा है कि शनिवार शाम 6:21 बजे फायर विभाग को कॉल मिली कि बवाना इंडस्ट्रियल एरिया के सेक्टर 5 में एक फैक्ट्री में आग लगी है. अगर महिलाएं ओवर टाइम नहीं कर रही होती तो उनकी जान बच सकती थी.
मरने वाली नौ महिलाओं में एक गर्भवती भी थी. इतना ही नहीं हादसे में 17 साल की एक लड़की भी मौत हो गई. बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री से निकलने का एक ही गेट था जिसकी वजह से हादसे के वक्त वहां काम करने वाले मजदूर फैक्ट्री में ही फंस गए. इस फैक्ट्री के ग्राउंड और बेसमेंट में सबसे ज्यादा पटाखे रखे थे जिसके चलते लोगों को निकला का मौका ही नहीं मिल सका. वहीं इस फैक्ट्री में आग लगने के बाद दो लोग तीसरे मंजिल से कूद गए थे. इन दोनों लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है.
पुलिस और दमकल विभाग के मुताबिक, शनिवार शाम 6:21 बजे उन्हें कॉल मिली कि बवाना इंडस्ट्रियल एरिया के सेक्टर 5 में एक फैक्ट्री में आग लगी है ,जैसे ही मौके पर दमकल की करीब 15 गाड़ियां पहुंची और स्थानीय पुलिस पहुंची तो पता चला कि ये फैक्ट्री तीन मंजिला है और आग तीनों फ्लोर तक पहुंच चुकी है. दमकल विभाग ने करीब 1 घन्टे की मशक्कत के बाद आग पर तो काबू पा लिया लेकिन उस वक़्त फैक्ट्री में जो भी था वो आग की चपेट में आ गया था.
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