दिलेर समाचार, अहमदाबाद। अभी तो गर्मी की शुरूआत ही हुई है, यह तकरीबन तीन महीने तक रहेगी। वहीं गुजरात के जलाशयों में अब केवल 38.57 प्रतिशत पानी शेष रह गया है। कच्छ के डैम में 14.38 प्रतिशत, सौराष्ट्र में 25.93 और उत्तर गुजरात में केवल 37.19 प्रतिशत पानी बचा है।
इस बार मध्यप्रदेश में भी कम बारिश होने से नर्मदा नदी का जल स्तर कम हो गया है जिसके कारण प्रदेश की सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए पानी देने से मना कर दिया। नर्मदा की कैनल्स पर चोरी न हो इसके लिए पुलिस का पहरा बैठा दिया। ऐसे हालात में जल संकट के लिए संग्राम का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
राज्य सरकार के जल सम्पत्ति विभाग के अधिकृत आंकड़ों के अनुसार उत्तर गुजरात के 15 डैम में 37.19 प्रतिशत, मध्य गुजरात के 17 डैम में 55.53 प्रतिशत, दक्षिण गुजरात के 13 डैम में 38.89, कच्छ के 20 डैम में केवल 14.38 प्रतिशत,सौराष्ट्र के 138 डैम में 25.38 प्रतिशत पानी बचा है।
इस प्रकार देखा जाए तो राज्य के कुल 203 डैम जिनकी जल संग्रह क्षमता 15766.81 लाख घनमीटर है उसमें केवल 6081.92 लाख घनमीटर पानी बचा है। गत सप्ताह यह 6243.80 लाख घनमीटर था। इस प्रकार केवल एक सप्ताह में 161.88 लाख घनमीटर पानी का उपयोग हो गया है। वहीं नर्मदा डैम में 9460 लाख घनमीटर संग्रह की क्षमता में केवल 3096 लाख घनमीटर पानी शेष रह गया है।
विस्तार डेम जलसंग्रह टका
उतर गुजरात 15 714.95 37.19
मध्य गुजरात 17 1303.58 55.53
दक्षिण गुजरात 13 3357.15 38.89
कच्छ 20 49.27 14.83
सौराष्ट्र 138 656.97 25.93
कुल 203 6081.92 38.57
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