दिलेर समाचार- दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच हो रही पानी की किल्लत को लेकर कांग्रेस 1 जून से 30 जून तक केजरीवाल सरकार के खिलाफ'जल-सत्याग्रह' करेगी. इसके तहत कांग्रेस नेता दिल्ली की रेगुलराइज कॉलोनी, अनाधिकृत कॉलोनी, स्लम आदि में जाएंगे और पानी की समस्या को उजागर करेंगे. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल सरकार को सरकारी दस्तावेजों के आधार पर ही जम कर घेरा.
दिल्ली में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है: अजय माकन
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में पानी को लेकर हाहाकार मचा है. चुनाव में टैंकर माफिया का मुद्दा उठाने वाले केजरीवाल ने टैंकर ट्रैकिंग सिस्टम खत्म कर दिया. पानी से जुड़ी शिकायतों में इजाफा हुआ है, वहीं जलबोर्ड की वेबसाइट7 अप्रैल 2017 के बाद अपडेट नहीं हुई है. अजय माकन ने केजरीवाल को उनके आंदोलन के दिनों की याद दिलाते हुए कहा कि आज दिल्ली में पानी के जो हालात हैं उसमें अगर केजरीवाल अपने पुराने भाषण सुन लें तो उन्हें खुद शर्म आ जाएगी.
सप्लाई लोकेशन घटी लेकिन बढ़ गए टैंकर
माकन ने कहा कि दिल्ली सरकार के समर एक्शन प्लान 2018 के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले पानी सप्लाई के 56 टैंकर बढ़ दिए गए हैं. जबकि जितने स्थानों पर पानी सप्लाई किया जाता है उसकी संख्या 16,668 से घटाकर 7,768 कर दी गई है. सवाल है कि जब सप्लाई के स्थान घट गए तो फिर टैंकरों की संख्या क्यों बढ़ाई गई? साथ ही साथ इस बार गर्मी में सरकार ने वॉटर एटीएम का इंतजाम भी नहीं किया है जबकि पिछले साल इनकी संख्या 149 थी.
पानी की क्वालिटी हुई खराब, शिकायतें बढ़ी
माकन ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से कहा कि पानी की क्वालिटी भी पिछले एक साल में खराब हुई है. 2017 में जहां पानी के खराब सैम्पल का आंकड़ा 2.3% था. वहीं 2018 में ये बढ़ कर 3.99% तक पहुंच गया. यही नहीं कंट्रोल रूम में दर्ज पानी से जुड़ी शिकायतें भी अप्रैल-अक्टूबर 16 के मुकाबले अप्रैल-अक्टूबर 17 में काफी बढ़ी हैं. 2016 में पानी ना आने की 79,258 शिकायतें दर्ज की गई जो 2017 में बढ़ कर 84,307 तक पहुंच गई. गंदे पानी की 25,069 शिकायत 2016 में आई जो 2017 में बढ़ कर 37,223 हो गई. सीवर जाम से जुड़ी 64,141 शिकायतें 2016 में आई, वहीं 2017 में से बढ़ कर 1,08,584 तक पहुंच गई.
क्यों खत्म हुआ टैंकर ट्रैकिंग सिस्टम?
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पानी के टैंकर को ट्रैक करने की जो योजना कांग्रेस के कार्यकाल के समय से चल रही थी उसे केजरीवाल सरकार ने पिछले साल रद्द कर दिया. दिल्ली जल बोर्ड की वेबसाइट भी काफी वक्त से अपडेट नहीं हो रही. वेबसाइट पर डेली वॉटर प्रोडक्शन की आखिरी रिपोर्ट 16/2/18 और ड्रिंकिंग वॉटर क्वालिटी की आखिरी रिपोर्ट 1/2/18 की है. वहीं डेली ड्रिंकिंग वॉटर क्वालिटी की आखिरी रिपोर्ट 8/3/18 की और सीवेज से जुड़ी डेली एसटीपी रिपोर्ट 10/3/18 के बाद अपडेट नहीं हुई है.
जल बोर्ड के अध्यक्ष हैं मुख्यमंत्री केजरीवाल
दिल्ली में पानी की जिम्मेदारी दिल्ली जल बोर्ड की है जिसके अध्यक्ष लगभग साल भर से ज्यादा वक्त से खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं. इससे पहले केजरीवाल पानी के मुद्दे पर कई आंदोलन भी कर चुके हैं. माना जाता है कि केजरीवाल के दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के पीछे पानी एक बड़ा मुद्दा था. लेकिन अब उनकी सरकार पानी के मुद्दे पर कांग्रेस के निशाने पर है. हालांकि केजरीवाल सरकार का दावा है कि उसने न केवल टैंकर माफिया पर कार्रवाई की है बल्कि पानी सप्लाई का भी जम कर विस्तार किया है.
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