दिल्ली, मानसिंह (आर्यपुरा,दिल्ली)। महान संत गुरु रविदास जी ने सबसे पहले समाज मे फैली कुरीतियों जातिवाद भेदभाव को दूर करने समाज हित मानव कल्याण समानता के लिए कार्य किया। उनका कहना था कि ‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न’।
रविदास जी की भक्ति से प्रसन्न होकर 1511ई, में मुस्लिम शासक सिकंदर लोदी ने दिल्ली तुगलकाबाद में उन्हें चैदहसौ गज जमीन दी थी और मंदिर बनवाया था इसके साक्ष्य प्रमाण मौजूद हैं वहीं मंदिर 2019 में प्रधानमंत्राी श्री नरेंद्र मोदी जी के शासनकाल में कोर्ट के द्वारा तोड़ा गया और उसके एवज में सिर्फ चार सौ गज जमीन दी जा रही है वो भी लीज पर 99 साल के लिए चार करोड़ रुपए में यह बहुत ही ना इंसाफी है। आप मध्यप्रदेश में संत रविदास जी का बहुत ही भव्य विशाल मंदिर बनवा रहे हैं, बहुत अच्छी खुशी की बात है आपने अयोध्या में श्री राम मंदिर भी बनवा दिया। आपसे विनम्र निवेदन है कि पार्लियामेंट में विशेष अध्यादेश लाकर अपने विशेष अधिकार से सारी चैदह सौ गज जमीन पर दिल्ली तुगलकाबाद के संत रविदास जी के मंदिर को भी बनवा दो पुरानी सब्जी मंडी पुलिस थाना के सामने कमला नेहरू पार्क मे एक बिल्कुल छोटा सा एक कमरे का साईं झुलेलाल मंदिर था कांग्रेस शासन काल में उनके एक केंद्रीय मंत्री स्व, एचकेएल भगत उस मंदिर में आए और वह मंदिर हजारों गज में बन गया सनातन धर्म के लिए बहुत अच्छा किया गया। उस सरकार ने आप भी कुछ ऐसा ही करीऐ चार सौ गज जमीन तो बहुत ही कम है इस तुगलकाबाद मंदिर के टुटने ओर नया मंदिर ना बनने से भारत सहित सारे विश्व का जाटव रविदास समाज आपसे बहुत ही नाराज है। और पून बड़े आंदोलन की राह पर है आपने इस मंदिर के लिए जो कमेटी बनाई है उस कमेटी में सदस्यों की और संख्या बढ़ाकर देवनगर संत रविदास जन्मोत्सव कमेटी विश्राम धाम कमेटी इत्यादि से भी लोग लिए जाएं निवेदन है कि इस मंदिर के विषय पर गंभीरता से विचार विमर्श करे ओर जल्दी बनवाऐ तभी संत रविदास जी को आपकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
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