दिलेर समाचार, धर्म भारत की संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है लेकिन धार्मिक होने की इसी वजह ने आज देश के लोगों को अंधविश्वासी बना दिया है। आज देश में अगर आप एक गरीब से भी धर्म के नाम पर कुछ मांगेंगे तो वह ना नहीं करेगा। धर्म और बाबाओं के नाम पर भारत में किसी को लूटना सबसे आसान है। यहां के बाबाओं ने भगवान के नाम का सहारा लेकर कई बार हमारे ऋषियों के पवित्र कार्यों को अपमानित भी किया है। इन्हीं विवादों से नाराज साधुओं की शीर्ष संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने 14 फर्जी बाबाओं की एक सूची जारी की है और उन स्वंयभू बाबाओं पर कार्रवाई की मांग की है जो किसी संप्रदाय या परंपरा से नहीं हैं।
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इस सूची में गुरमीत राम रहीम, रामपाल, राधे मां, आसाराम, उसके बेटे नारायण साईं, सचिदानंद गिरी,ओम बाबा, निर्मल बाबा, इच्छाधारी भीमानंद, स्वामी असीमानंद, ऊं नम: शिवाय बाबा, खुशी मुनि,बृहस्पति गिरि और मलकान गिरि के नाम शामिल हैं।
बाबा गुरमीत राम रहीम
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बाबा राम रहीम यूं तो अपने भक्तों के बीच सम्मान की नजर से देखा जाता है लेकिन कभी अपने फिल्मी अवतार, तो कभी कानूनी मामलों में उलझ जानें के चलते विवादों में रहा है। उन पर यूं तो कई प्रकार के आरोप लगे हैं, कभी आश्रम में रह रहे लोगों की नसबंदी कराने, तो कभी कुछ ने उनके चरित्र पर भी सवाल उठाए हैं। पंचकुला की सीबीआई अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह को दुष्कर्म के मामले में दो अलग-अलग मामलों में 10-10 साल की सजा सुनाई है। यानी राम रहीम को 20साल की सजा जेल में काटनी होगी। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम पिछले दिनों अपनी फिल्म एमएसजी (मैंसेंजर ऑफ गॉड ) को लेकर भी चर्चा में आए थे।
राधे मां
रातों रात प्रसिद्धी और ऎश्वर्य पाने वाली राधे मां का जीवन विवादों से घिरा रहा है। वे केवल मात्र सांसारिक विवादों में ही नहीं घिरी बल्कि जूना अखाड़े द्वारा उन्हें महामंडलेश्वर की उपाधि देना भी विवादों में आ गया। उन पर लगाए गए आरोप सही पाए जाने पर अखाड़े ने उनसे महामंडलेश्वर की उपाधि वापिस भी ले ली। वहीं विश्व हिंदू परिषद के सदस्य रहे सुरेंद्र मित्तल ने राधे मां पर बड़े आरोप लगाए हैं। सुरेंद्र का कहना है कि राधे मां उनसे शारीरिक संबंध बनाने के लिए उन्हें उत्तेजित करने की कोशिश किया करती थी। वह लगातार आई लव यू इत्यादि कहा करती थी, लेकिन वह कभी कामयाब नहीं हुई। जब मैनें इनकार कर दिया तो उन्होंने मुझे गालियां देना और बुरा भला कहना शुरू कर दिया।
निर्मल बाबा
वर्ष 1981 में निर्मलजीत सिंह नरूला ने निजी व्यवसाय आरंभ किया। एक के बाद एक कई व्यवसाय बदलने पर भी उन्हें सफलता नहीं मिली तो उन्होंने अपने आप को संत घोषित कर स्वयं को निर्मल बाबा नाम दिया। उन्होंने निर्मल दरबार आरंभ किया इसके बाद से पुलिस में उनके खिलाफ अवैध रूप से धन ठगने की सूचना आने लगी। वह निर्मल दरबार में अपनी दिव्य दृष्टि से लोगों की समस्याएं हल करने लगे। यदि प्रॉब्लम सॉल्व हो जाती तो वह लोगों से 10 फीसदी हिस्सा लेते।
आसाराम बापू
नाबालिग लड़की से रेप के मामले में जेल की सजा काट रहे आसाराम बापू के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उनके खिलाफ गैरकानूनी रूप से जमीन हथियाने, तंत्र-मंत्र के लिए बच्चों की हत्या करने, रेप करने सहित अन्य कई मामलों में पुलिस जांच कर रही है।
स्वामी नित्यानंद
सेक्स टेप स्कैंडल से विवादों में आए स्वामी नित्यानंद बेंगलौर-मैसूर हाइवे पर नित्यानंद ध्यानदीपम आश्रम चलाते हैं। इस स्कैंडल में वह दक्षिण भारतीय अभिनेत्री रणजीता के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखाई दिए जिसके बाद उनके समर्थकों ने खासा हंगामा किया।
संत स्वामी भीमानंद
विवादित संत स्वामी भीमानंद का नाम देश भर में व्यापक स्तर पर सेक्स रैकेट चलाने के बाद सामने आया।1997 में उसे लाजपत नगर में पहली बार गिरफ्तार किया गया था। जब वह जेल से रिहा हुआ तो खुद को वह साई बाबा का शिष्य बताने लगा। उसने कुछ सालों में ही करोड़ रुपए बना लिए थे। अभी भी देश में कई और बाबा हैं जो धर्म की आड़ में न केवल गैर कानूनी काम कर रहे हैं बल्कि आम लोगों भाक्ति और श्रद्धा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
सत्य साईं बाबा
अपने आप को शिरड़ी के साईं बाबा का अवतार बताने वाले सत्य साईं बाबा भी आजीवन विवादों में घिरेरहे। उन पर हाथ की सफाई से विभूति लाना, घड़ी, नैकलेस आदि पैदा करने के आरोप लगे हालांकि उन्होंने इन पर चुप्पी साधी रही। सत्य साईं द्वारा स्थापित किए गए आश्रम की 126 देशों में शाखा है जिसके द्वारा क ाफी फ्री हॉस्पिटल, क्लिनिक चलाए जाते हैं।
बाबा रामपाल
63 साल का यह ठगी बाबा पिछले कई सालों से मासूम जनता को बहकाकर उनसे गलत काम करवाता था। यही नहीं, रामपाल अपने आश्रम में कई महिलाओं और बच्चों को कैद करके रखता था। अपने आश्रम से कई गैरकानूनी कामों को अंजाम देने वाला रामपाल आज पुलिस की गिरफ्त में है। कानून से खुद को उपर मानले वाला रामपाल पर 2006 में अपने समर्थकों द्वारा रोहतक के एक गांव के लोगों पर गोली चलावने का आरोप है। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और कई लोग घायल भी हुए।
सचिदानंद गिरी
नोएडा और गाजियाबाद में रियल एस्टेट के साथ बीयर बार-पब जैसे कारोबार से जुड़े रहने वाले सचिन दत्ता उर्फ सचिदानंद अचानक से बाबा बन गए। आरोप है कि इन्होंने धोखे से निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर बन गए। इनके दीक्षा दिलाने के अवसर पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए थे, तत्कालीन सपा सरकार के कद्दावर मंत्री शिवपाल सिंह यादव भी उसमें शरीक हुए थे।
ओम बाबा
एक न्यूज चैनल पर बहस के दौरान मारपीट करने और टीवी रियलिटी शो 'बिग बॉस' में अपनी बेहूदा हरकतों के चलते ओम बाबा सुर्खियों में आए। टाडा आर्म्स एक्ट केस के चलते ओमजी स्वामी पांच साल जेलमें सजा काट चुके हैं। साल 1972 में उन्होंने साधु का रूप धारण किया। उन्होंने बताया कि दिल्ली के मोतीबाग में कांग्रेस की सेक्रेटरी रहीं रानी प्रेमलता के यहां ही बाबा साधु बने। इनपर चोरी, ठगी जैसे आरोप हैं।
नारायण साईं
आसाराम के बेटे नारायण साईं भी खुद को महंत घोषित कर चुका है। नारायण साईं पर यौन शोषण और हत्या के आरोप हैं। ये भी लंबे समय तक जेल में रह चुके हैं।
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