दिलेर समाचार, रोहतास। स्थानीय समारहणालय परिसर में शुक्रवार को डीएम अनिमेष कुमार पराशर ने जिला पर्यावरणीय समिति व खनन टास्क फोर्स की बैठक की। जिसमें इको सिसेंटिव जोन में संचालित हो रहे 29 ईंट भट्ठा को अनापत्ति प्रमाणपत्र देने इन्कार किया गया। एनओसी नहीं मिलने के कारण इन चिमनी भट्ठों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लग गई। साथ ही जिन बालू घाटों को खनन कार्य के लिए चालू करने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है उसके पर्यावरणीय स्वीकृति पर भी विचार किया गया।
डीएम ने बताया कि 29 ईंट भट्टा इकोउ सिसेटिव जोन में होने के कारण एनओसी संबंधी उनके आवेदन को अस्वीकृत कर दिया गया, जबकि चिमनी भट्टों के आवेदन जो ईको सेंसेटिव जोन से बाहर थे, उसे स्वीकृत किया गया। बालू घाटों को पर्यावरणीय स्वीकृति देने के लिए एक टीम गठित की गई है। जिसमें खनन, वन समेत अन्य विभागों के अधिकारी को शामिल किया गया है। जो भौतिक रूप घाटों का सत्यापन पूरी तरह संतुष्ट होंगे, उसके बाद उन्हें भी पर्यावरणीय स्वीकृति दे दी जाएगी। बैठक में डीएम के अलावा एसपी एमएस ढिल्लो, डीएफओ एसके सामी, खनन विभाग के सहायक निदेशक संजीव जमुआर समेत अन्य अधिकारी शामिल थे।
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