वियना: भारत ने तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) पर तेल एवं गैस के दाम जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से तय करने पर जोर दिया है. भारत ने कहा है कि इनके मौजूदा दाम बाजार के बुनियादी कारकों से मेल नहीं खाते हैं. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने यहां ओपेक संगोष्ठी में भाग लेते हुये कहा आमतौर पर यह देखा गया है कि तेल एवं गैस क्षेत्र में वैश्विक व्यापारिक गतिविधियां सभी के लिये ऊर्जा तक पहुंच और उपलब्धता सुनिश्चित करने में योगदान नहीं करतीं हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘राजनीति परिस्थितियां, कभी आंतरिक तो कभी बाहरी, ऐसी होती है जिसके परिणास्वरूप कुछ देशों से उत्पादन घट जाता है. हम ओपेक और इसके सदस्य देशों से उम्मीद करते हैं कि वह दाम को वहनीय स्तर पर रखने के लिये आगे बढ़कर अंतर को पूरा करेंगे. ’’
प्रधान ने कहा कि कच्चे तेल के मौजूदा ऊंचे दाम से कई देशों का आर्थिक विकास बाधित हुआ है. उन्होंने कहा कि यदि तेल के दाम इसी स्तर पर बने रहे तो पहले से ही कमजोर वैश्विक आर्थिक वृद्धि के सामने और खतरा खड़ा हो जायेगा. प्रधान ने कहा, ‘‘मुझे डर है कि इससे दुनिया के कई हिस्सों में ऊर्जा को लेकर गरीबी जैसी स्थिति खड़ी हो जायेगी.
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