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फ्रेंडशिप में रहे अलर्ट ..बरते ये सावधानियां

Posted at: Sep 22 , 2017 by Dilersamachar 9858

दिलेर समाचार,जीवन में सच्चा मित्र मिलना किसी खजाने से कम नहीं है। दोस्ती इंसान के लिए एक वरदान है। आप एक दोस्त के साथ दुख और सुख साझा कर सकते हैं। जब दोस्ती बढ़ जाए तो वह दोस्त से ‘स्पेशल फ्रेंड’ हो जाते हैं। दोस्ती को और भी बहुत नाम दिए जाते हैं।अपनी दोस्ती की कैटेगरी को पहचाने और उस दोस्ती को उस ओर आगे बढ़ाएं। अगर दोस्ती की कैटेगरी अनुसार चलते हैं तो दोस्तों के बीच किसी तरह की गलतफहमी, असुरक्षा और असहजता महसूस नहीं होती। अगर हर टाइप के दोस्त से हर तरह की उम्मीद रखेंगे, तो हम दुखी होंगे।
टुगेदर:-लड़का-लड़की को टुगेदर तब बोला जाता है जब वह अक्सर साथ-साथ दिखाई देते हैं पर कमिटमेंट जैसी कोई बात नहीं होती है।
कपल:-ऐसे प्रेमी जो एक दूसरे के काफी निकट होते हैं और अपने रिश्ते को कबूलते भी हैं। ऐसे कपल लिव इन रिलेशनशिप में भी रह सकते हैं। इनके बीच कुछ कमिटमेंट पनप चुकी होती है।
फैमिली फ्रेंड:- जहां दो परिवारों और बच्चों के बीच फ्रेंडशिप हो।
नेट और  फेसबुक फ्रेंडस:- बिना देखें और मिले सोशल साइट पर होने वाली दोस्ती को नेट फ्रेंडशिप कहते हैं।
बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड:- आजकल लड़का-लड़की  में दोस्ती होने को ही बायफ्रेंड और गर्लफ्रेंड कहा जाता है। जब कोई लड़की किसी लड़की से दोस्ती करता है तो वह गर्लफ्रेंड कहलाती है और किसी लड़की का दोस्त लड़का हो, तो बायफ्रेंड कहलाता है। इनके बीच खाली दोस्ती भी हो सकती है और थोड़ा रोमांस भी। यह निर्भर करता है दोस्ती कैसी है।
फ्रेंड और स्पेशल फ्रेंड:- जब लड़का-लड़की दोस्ती का संबंध सामान्य दोस्ती से आगे ले जाते हैं तो वह ‘फ्रेंड’ से ‘स्पेशल फ्रेंड’ बन जाते हैं।ध्यान रहे कहीं आप उसे सिर्फ फ्रेंड मानती हैं पर उसकी तरफ से कोई स्पेशल फीलिग्स न हों। लड़की के व्यवहार में ज्यादा खुलापन गलत सिग्नल दे सकता है इसलिए व्यवहार में सतर्कता रखना आवश्यक है।– अगर आप उसे अपना सिर्फ दोस्त मानती हैं तो पर्सनल बातें और कमजोरियां साझा न करें।
– अगर आप लेट नाइट मेल चैटिंग और लेट नाइट मोबाइल से रूटीन में बातचीत करती हैं तो लड़का उसे एक इशारा समझ सकता है। ऐसा करना ठीक नहीं।
– उससे महंगे गिफ्ट न लें और न ही उस पर अपना हक जताएं।
– उसके साथ अकेले बाइक या कार में बैठ कर जाना आपके लिए उसके साथ बिताए हुए कुछ पल हो सकते हैं, पर उसके लिए यह ग्रीन सिग्नल भी हो सकता है।
– अगर दोस्त बर्थडे पार्टी पर आपको हट कर अलग से बुलाता है तो वह आपको स्पेशल फील करवाना चाहता है।
– उसके साथ जाते समय यह ध्यान रख कर जाएं कि आप क्या पहन कर जा रही हैं। ऑफ शोल्डर या डीप नेक टॉप पहनकर अगर आप उससे पूछेंगी कि आप कैसी लग रही हैं तो आप उसकी उत्तेजना को भड़का रही हैं।
– उसके साथ शापिंग जाना और हक से कुछ डिमांड करना उसे प्यार की एक सीढ़ी चढऩे के लिए प्रेरित कर सकता है।
– आपकी ओर से मूवी या पिकनिक का प्लान उसके साथ बनाना भी गलत हो सकता है।– स्पेशल फ्रेंड वही है जिसे आप मन से स्पेशल मानती हैं और उसकी अच्छी आदतों से इंप्रेस भी हैं।
– डबल डेटिंग भले ही आपको रोमांचक लगे पर इसे मनोचिकित्सक स्वस्थ रिश्ते के लिए सही नहीं मानते।
– रिश्ता झूठ की बुनियाद पर नहीं टिक सकता। आप उसके लिए जैसा फील करती हैं, उसे साफ बताकर चलें।
– उसका और उसके घर का टेलीफोन नंबर जैसी जरूरी जानकारी अपने अभिभावकों को दें ताकि कभी कोई मुसीबत पडऩे पर वे आपकी मदद कर सके।
– आपका स्पेशल फ्रेंड चाहे आपके लिए स्पेशल हो, उस पर पूरा विश्वास न करें।
– आजकल के बदलते और असुरक्षित माहौल को देख कर चलें। अगर आप डेट पर जा रही हैं तो कहां जा रही हैं, किसके साथ और कितने बजे जाना और लौटना है इन बातों का ध्यान रख कर ही जाएं। हो सके तो अपनी किसी विशेष दोस्त, बहन आदि को बता देंगी तो अच्छा रहेगा ताकि कुछ मुसीबत होने पर आपकी मदद हो सके।
– अपने दोस्त को अपना एटीएम कार्ड, डेबिट, क्रेडिट कार्ड की जानकारी न दें। ना ही झूठी शान के लिए उधार लेकर अपनी ड्रेस आदि खरीदें।
– अपनी दोस्ती में हमेशा सतर्क रहना ही हितकारी है। जैसे ही लगे कि वह आपका गलत लाभ उठा रहा है उसे सख्ती से बता दें |

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