दिलेर समाचार,हॉट फ्लैश की समस्या ज्यादातर महिलाओं में देखने को मिलती है, लेकिन यह समस्या पुरूषों को भी होती है। शरीर में पोटेशियम की कमी होने के कारण पुरूषों को हॉट फ्लैश की समस्या हो जाती है। इसमें व्यक्ति का शरीर एकाएक गर्म हो जाता है और उसे पसीना आने के साथ शरीर में जलन महसूस होती है। महिलाओं के शरीर में कुछ ऐसे हार्मोन्स होते हैं जो दिमाग के हाइपोथैलेमस को प्रभावित करता है, जिससे शरीर का तापमान रेगुलेट होता है। उसी प्रकार पुरूषों के शरीर में भी कुछ हार्मोन्स होते हैं जिसके कारण भी हॉट फ्लैश की समस्या हो जाती है। लगभग 30 साल के पुरूषों के टेस्टोस्टेरॉन में गिरावट आती है जिसके कारण वो हॉट फ्लैश से ग्रसित हो जाते हैं। हॉट फ्लैश के कारण अत्यधिक पसीना आना और शरीर पर लालीपन हो जाने जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। आइए जानते हैं वो कौन से कारण होते हैं जिसकी वजह से पुरूषों को हॉट फ्लैश की समस्या होती है
दिनचर्या: डिप्रेशन और चिंता जैसे बहुत अधिक तनाव या मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से पुरुषों में हॉट फ्लैश की समस्या हो सकती है। इसके कारण सेक्स की इच्छा में कमी, मूड में बदलाव आना और इरेक्टाइटल डिस्फंक्शन जैसी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
मेडिकल डिसऑर्डर: कुछ मेडिकल डिसऑर्डर के कारण पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन का स्तर गिर सकता है जिसके कारण उन्हें हॉट फ्लैश का सामना करना पड़ता है।
हार्मोन: पुरुषों की आयु जैसे-जैसे बढ़ती है उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन और एंड्रोजेन्स कम उत्पन्न होता है। कई बार यह नॉर्मल से भी कम हो जाता है, इसकी वजह से सेक्स ड्राइव में कमी आ सकती है और हॉट फ्लैश के विकास के लिए भी जिम्मेदार होता है। कम टेस्टोस्टेरोन और एण्ड्रोजेन का स्तर आम तौर पर किसी व्यक्ति को 50 के बाद होता है, लेकिन शुरुआत में उन्हें 30 में भी हो सकता है।
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