दिलेर समाचार, रोहतास। शहर में अपराध नियंत्रण के लिए तीसरी आंख की निगहबानी की योजना धरी रह गई। दो वर्ष पूर्व बनी यह योजना अबतक Aमूर्तरूप नहीं ले सकी। शहरी इलाके में बाइक की चोरी मारपीट की घटना, छेड़छाड़ समेत अन्य आपराधिक घटनाओं पर नजर रखने के लिए शहर के चौक चौराहे पर सीसीटीवी लगाए जाने थे। अपराध नियंत्रण के लिए दो साल पूर्व ही इस योजना को लागू किया जाना था। तत्कालीन एसपी द्वारा कैमरा लगाने के लिए स्थल का चयन कर मुख्यालय को रिपोर्ट भी भेज दी गई थी। उस वक्त पुलिस व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए तीसरी आंख के रूप में सीसीटीवी लगाकर शहर की निगरानी का निर्णय लिया गया था। पुलिस ने यह दावा किया था कि इन कैमरों में कैद तस्वीर के माध्यम से पुलिस आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वालों पर नजर रखेगी, ताकि पुलिस के हाथ कैमरे में कैद अपराधियों के गिरेबान तक आसानी से पहुंच सके। पुलिस महकमा द्वारा शहर में लगभग पंद्रह वैसे स्थानों को चिह्नित भी किया गया था, जहां सीसीटीवी लगाए जाने थे। इतने समय बीत जाने के बाद भी पुलिस विभाग के तरफ से अभी तक इस दिशा में कोई ठोस पहल होती दिख नही रही है।
सुप्रीम कोर्ट का भी है निर्देश :
सर्वोच्च न्यायालय ने भी शहर में छेड़छाड़ समेत बढ़ रहे अपराध पर काबू पाने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने का आदेश दे चुका है। जिसके आलोक में अधिकतर शहरों में इस योजना को अमलीजामा भी पहनाया जा चुका है।
सांसद ने भी की थी घोषणा :
काराकाट सांसद सह केंद्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने भी सांसद निधि से सीसी कैमरा लगाने की घोषणा गत वर्ष की थी। इस संबंध में जिला सांसद प्रतिनिधि अजय कुमार ¨सह ने बताया कि शहर के विभिन्न स्थानों पर शीघ्र सांसद निधि से सीसीटीवी लगाए जाएंगे। सांसद द्वारा कोष भी मुहैया करा दिया गया है, टेंडर की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है।
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