दिलेर समाचार, मथुरा। तीन लोक से न्यारी मथुरा नगरी की सांस्कृतिक राजधानी वृन्दावन में अनूठी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है।
यहां के तीन मंदिरों में जहां दिन में जन्माष्टमी मनाई जाती है वहीं यहां के शेष मंदिरों में रात में जन्माष्टमी मनाई जाती है।
राधारमण मंदिर, राधा दामोदर एवं शाहजी मंदिर और यहां तक बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर का पूजन अर्चन बालस्वरूप में किया जाता है।
इसलिए मंदिर की सभी व्यवस्थाएं इस प्रकार की होती हैं कि लाला को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके कारण ही यहां के राधारमण, राधा दामोदर एवं शाहजी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी दिन में मनाई जाती है जब कि बाल स्वरूप में सेवा होने के बावजूद बांकेबिहारी मंदिर में मंगला के दर्शन आधी रात बाद होते हैं।
बांके बिहारी मंदिर की प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष रजत गोस्वामी ने आज यहां बताया कि मंदिर में मंगला के दर्शन आधी रात बाद इसलिए होते हैं कि स्वामी हरिदास की डाली परंपरा के अनुसार रात 12 बजे अभिषेक होता है और उसके बाद ही बिहारी जी महाराज का अभिषेक होता है।
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