दिलेर समाचार, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा वनडे बुधवार को केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेला जाएगा। दक्षिण अफ्रीका के लिए वनडे क्रिकेट में यह मैदान एक मजबूत किले के समान साबित हुआ है और अपने घर में वनडे में उसका इस मैदान पर बेहद शानदार रिकॉर्ड रहा है। मेजबान टीम भारत के खिलाफ सीरीज में 2 मैच हार चुकी है और ऐसे में उसके पास वापसी के लिए इससे अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती है।
द. अफ्रीका ने केपटाउन के न्यूलैंड्स पर अभी तक 33 वनडे मैच खेले और इनमें से 28 मैचों में उसे जीत मिली है। जीत के लिहाज से देखा जाए तो उसका इस मैदान पर रिकॉर्ड 85 प्रतिशत रहा है। भारत के खिलाफ उसने इस मैदान पर 3 मैच खेले हैं और इनमें से दो मैचों में उसे जीत मिली जबकि 1 में हार का सामना करना पड़ा है।
मेजबान टीम प्रमुख खिलाड़ियों की चोटों की समस्या से जूझ रही है और पहली बार उसके सामने भारत के हाथों अपने घर में सीरीज हारने का खतरा मंडरा रहा है। टीम इंडिया 2-0 की बढ़त बना चुकी है और इस मैच को जीतकर वह सीरीज में अपराजेय बढ़त बनाने और इतिहास रचने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। भले ही यह घरेलू टीम का पसंदीदा मैदान रहा है, लेकिन एबी डीविलियर्स, फॉफ डु प्लेसिस और क्विंटन डी कॉक जैसे प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में वह बेहद कमजोर हो गई है। द. अफ्रीका मिशन 2019 को ध्यान में रखकर टीम तैयार कर रही है और ऐसे में युवा खिलाड़ियों खाया जोंडो और हेनरिक प्लासेन के पास डीविलिसर्य-प्लेसिस-डी कॉक की अनुपस्थिति में अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा मौका होगा।
प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में मेजबान टीम के बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों (युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव) का सामना नहीं कर पा रहे हैं। भारत मेजबान टीम की इसी कमजोरी का लाभ उठाकर पहली बार दक्षिण अफ्रीका में किसी सीरीज में तीन मैच जीतने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरेगी। टीम इंडिया इस जीत के साथ अपने विदेशी क्रिकेट इतिहास में नया अध्याय शुरू करना चाहेगी।
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